लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि मेट्रो रेल परियोजनाएं समाजवादियों के चुनाव घोषणा पत्र का हिस्सा नहीं थीं। फिर भी जनहित को ध्यान में रखकर ऐसे विकास कार्यों के लिए समाजवादी सरकार ने तत्परता से काम किया, जिनके दूरगामी लाभ मिलेंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि कानपुर में मेट्रो रेल के निर्माण में केन्द्र सरकार का पूरा सहयोग मिलेगा तथा यहां पर भी मेट्रो रेल परियोजना उसी रफ्तार से आगे बढ़ेगी, जिस रफ्तार से लखनऊ, नोएडा और गाजियाबाद में प्रदेश सरकार द्वारा मेट्रो रेल परियोजनाओं का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री आज जनपद कानपुर में कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के शुभारम्भ के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 352 करोड़ रुपए की लागत से अधिक की 44 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 14,920 करोड़ रुपए से अधिक की लागत की 62 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। शिलान्यास की गई परियोजनाओं में कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के अतिरिक्त विकास नगर स्थित सिग्नेचर सिटी के अन्तर्गत बहुमंजिले आवासीय व व्यावसायिक भवन तथा बस स्टैण्ड का निर्माण कार्य, फूलबाग से अण्डर ग्राउण्ड पार्किंग का कार्य, नवीन मार्केट सौन्दर्यीकरण का कार्य, तात्याटोपे नगर पार्क का विकास कार्य, चकेरी में पार्क एवं कम्युनिटी सेण्टर का निर्माण कार्य, माती मुख्यालय में इको पार्क का निर्माण एवं विकास कार्य, पनकी भाऊ सिंह के निकट कालपी नगर योजना में बाह्य विद्युतीकरण का कार्य तथा ग्राम बारासिरोही में सामुदायिक केन्द्र का निर्माण कार्य शामिल है।
इसके अलावा, लोकार्पित परियोजनाओं में न्यू ट्रांसपोर्ट नगर योजना के विकास कार्य, फूलबाग गार्डन की लैण्ड स्केपिंग/सौन्दर्यीकरण का कार्य, पनकी कल्यानपुर रोड पर लोवर गंगा कैनाल पर पुल का निर्माण कार्य, मेहरबान सिंह का पुरवा में सभागार का निर्माण कार्य, हाई-वे सिटी एक्सटेंशन ग्राम सजारी में बाह्य विद्युतीकरण का कार्य शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार ने विकास कार्यों में हमेशा केन्द्र सरकार को पूरा सहयोग दिया है। केन्द्र सरकार द्वारा राज्य में जब भी कोई योजना शुरू की गई है, प्रदेश सरकार ने हर सम्भव सहायता मुहैया कराने का प्रयास किया है। वर्तमान केन्द्रीय सरकार में प्रदेश से चुने गए सर्वाधिक सांसदों का समर्थन है। इसलिए राज्य को विकास कार्यों के लिए केन्द्र से ज्यादा धनराशि मिलनी चाहिए।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश की पिछली सरकार ने राज्य में एम्स के निर्माण के लिए जमीन मुहैया नहीं कराई, जबकि समाजवादी सरकार ने सत्ता में आते ही रायबरेली में एम्स के निर्माण के लिए जमीन मुहैया करायी। वहां पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है। साथ ही, गोरखपुर में भी एम्स के निर्माण के लिए 100 एकड़ सबसे कीमती जमीन दी गई है। उन्होंने कहा कि यदि केन्द्र सरकार प्रदेश की समाजवादी सरकार को विकास कार्यों में पूरा सहयोग दे, तो कानपुर मेट्रो रेल परियोजनाओं जैसी अन्य परियोजनाओं को क्रियान्वित करने में बड़ी सुगमता होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर प्रदेश का बड़ा शहर है। कभी इसकी तुलना मैनचेस्टर से भी की जाती थी। इस शहर को पीछे नहीं रहने दिया जाएगा। देश के अन्दर चमड़े का सबसे अच्छा काम यहीं पर होता है। यह शहर इसका निर्यातक भी है। कानपुर के मजदूरों, उद्योगपतियों पर हम सभी को गर्व है। यहां की सड़कों पर काफी ट्रैफिक है, जिससे चलने में असुविधा होती है। मेट्रो रेल के संचालन से कानपुर स्मार्ट सिटी बनेगा। कानपुरवासियों को अपने शहर पर गर्व होगा। समाजवादी सरकार ने कानपुर में बिजली की प्रचुर सप्लाई की व्यवस्था की है। अब कानपुर के लोग जनरेटर व इन्वर्टर जैसे उपकरणों को भूल गए हैं।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री एम0 वैंकैया नायडू ने कहा कि कानपुर आज भी प्रदेश की वाणिज्य राजधानी है। प्रदेश सरकार व भारत सरकार दोनों को मिलकर इस शहर को स्वच्छ और सुन्दर बनाना है। इस मौके पर कानपुर के सांसद श्री मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि कानपुर विकसित होगा, तो देश भी विकसित होगा। विकास के मामले में केन्द्र व राज्य दोनों सरकारें तेजी से कार्य कर रही हैं।
इस अवसर पर राज्य सरकार के मंत्री श्री अहमद हसन, श्री बलवन्त सिंह रामूवालिया, श्री राजेन्द्र चैधरी, सुश्री अरुण कुमारी कोरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि प्रदेश के सबसे पुराने औद्योगिक नगर कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना में मेट्रो के 02 काॅरिडोर प्रस्तावित हैं। इसमें आई0आई0टी0 से नौबस्ता तक लगभग 24 कि0मी0 के काॅरिडोर में कुल 22 स्टेशन बनाए जाएंगे। इसी प्रकार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से बर्रा तक साढ़े आठ कि0मी0 से ज्यादा लम्बाई के काॅरिडोर में 09 स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं। नौबस्ता काॅरिडोर में 08 तथा बर्रा काॅरिडोर में 04 स्टेशन भूमिगत होंगे, शेष सभी स्टेशन एलीवेटेड होंगे। पहले चरण में आई0आई0टी0 से नौबस्ता तक के काॅरिडोर पर कार्य शुरू किया जाएगा।