लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज अपने सरकारी आवास पर नवस्थापित इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.alldstateuniversity.org का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस वेबसाइट से सूचना व संचार प्रौद्योगिकी के बढ़ते प्रयोग के मद्देनजर विद्यार्थियों को पठन-पाठन, प्रवेश, परीक्षा आदि के लिए आॅनलाइन सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद शिक्षा का केन्द्र रहा है। समाजवादी सरकार ने इलाहाबाद व आस-पास के जनपदों के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए इस राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना की है। 17 जून, 2016 से यह विश्वविद्यालय स्थापित हो जाएगा, जिसके सम्बन्ध में राज्य सरकार द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है।
श्री यादव ने कहा कि इस विश्वविद्यालय से ग्रामीण क्षेत्रों और आस-पास के युवाओं को लाभ मिलेगा और वे शिक्षित होकर देश व समाज हित में अपना योगदान कर सकेंगे। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में उच्चस्तरीय मापदण्ड स्थापित करेगा और भविष्य में विश्व के शीर्ष शिक्षा संस्थाओं में से एक होगा। उन्होंने नवस्थापित विश्वविद्यालय के शुभारम्भ व संचालन के लिए जनता तथा विश्वविद्यालय से जुड़े लोगों को बधाई व शुभकामनाएं दी। इस मौके पर राज्य सभा सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह और विश्वविद्यालय के विशेष कार्याधिकारी प्रो0 राजेन्द्र प्रसाद सहित शासन व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के विशेष कार्याधिकारी प्रो0 राजेन्द्र प्रसाद ने विश्वविद्यालय के सम्बन्ध में बताया कि इस विश्वविद्यालय के प्रथम सत्र का शुभारम्भ 2016-17 से किया जा रहा है। विश्वविद्यालय का संचालन आरम्भ में इलाहाबाद मेडिकल काॅलेज के पास स्थित सी0पी0आई0 कैम्पस से किया जाएगा। इस विश्वविद्यालय से इलाहाबाद, कौशाम्बी, फतेहपुर और प्रतापगढ़ के 462 काॅलेज सम्बद्ध होंगे। ये काॅलेज वर्तमान में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर तथा डाॅ0 राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद से सम्बद्ध हैं।
प्रो0 राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय का स्थायी कैम्पस नैनी में 120 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआईडीसी) ने भूमि आरक्षित कर दी है। उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय के कैम्पस में ही जनेश्वर मिश्र पुस्तकालय भी स्थापित किया जाएगा। इस उच्चस्तरीय लाइबे्ररी का संचालन इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय द्वारा ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय रेजीडेन्शियल कम एफिलिएटिंग विश्वविद्यालय होगा। प्रथम चरण में इस विश्वविद्यालय में ह्यूमैनिटीज, सोशल साइंसेज, इण्टरनेशनल स्टडीज, काॅमर्स और मैनेजमेण्ट आदि विषयों की पढ़ाई छात्र-छात्राओं को उपलब्ध होगी।