लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने 01 जुलाई से 07 जुलाई, 2015 के दौरान सभी जनपदों में आयोजित किए जाने वाले वन महोत्सव में अधिक से अधिक जनसहभागिता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वन महोत्सव का उद्घाटन जिले के प्रभारी मंत्री/सांसद/विधायक/जनप्रतिनि धि द्वारा कराया जाए तथा वृक्षारोपण में छात्र-छात्राओं, स्वैच्छिक संगठनों की सक्रिय सहभागिता प्राप्त की जाए। उन्होंने वृक्षारोपण से सम्बन्धित सभी कार्यों की सूचना जनता को देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण के दौरान उचित ऊंचाई के वृक्ष लगाए जाएं।
मुख्यमंत्री आज यहां शास्त्री भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में वन विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ‘क्लीन यूपी, ग्रीन यूपी’ मुहिम को वृहद् वृक्षारोपण से बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इसके दृष्टिगत वन महोत्सव में 1248 स्थलों पर 01 करोड़ पौधे रोपित किए जाने के सम्बन्ध में तैयार की गई कार्य योजना के अनुरूप कार्य किया जाए और रोपित किए गए पौधों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा राज्य में वर्ष 2015 में 05 करोड़ पौधे रोपित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके तहत 02 करोड़ पौधे जुलाई में, 02 करोड़ अगस्त में और 01 करोड़ पौधे सितम्बर में रोपित किए जाएं।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार वनों के संरक्षण और विस्तार के लिए प्रतिबद्ध है। जनता को वन सहित अन्य प्राकृतिक संसाधनों के प्रति संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से इको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसे ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश के पक्षियों पर केन्द्रित एक काॅफी टेबल बुक का प्रकाशन किया जाना उपयोगी होगा। इसके दृष्टिगत उन्होंने प्रमुख वन संरक्षक को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश के सांस्कृतिक, धार्मिक व ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों के किनारे बरगद, पीपल, नीम एवं पारिजात जैसे पौधों के रोपण पर विशेष ध्यान देने की बात भी कही।
इस अवसर पर प्रमुख वन संरक्षक ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि वन विभाग द्वारा वर्ष 2012-13 में 3.92 करोड़ पौधे लगवाए, जबकि वर्ष 2013-14 में 4.56 करोड़ पौधे लगाए गए। इसी प्रकार वर्ष 2014-15 में 3.2 करोड़ पौधे लगाए गए। विगत वर्षों में वृक्षारोपण के विशेष प्रयासों के अंतर्गत किशनी वन खण्ड, मैनपुरी में 100 एकड़, फिशर फाॅरेस्ट, इटावा में 1,000 एकड़, रौसा वन ब्लाॅक, कन्नौज में 450 एकड़ में वृक्षारोपण किया गया है। गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर भी वृक्षारोपण किया गया है। हरित पट्टी के सम्बन्ध में बैठक में अवगत कराया गया कि विगत वर्ष में 418 स्थलों पर 50 एकड़ या उससे अधिक क्षेत्र में वृक्षारोपण का कार्य किया गया।
प्रमुख वन संरक्षक ने कैमूर, बरेली, मेरठ, फैजाबाद, नोएडा, आगरा, मिर्जापुर, फिरोजाबाद वन प्रभागों की नर्सरियों में की गई तैयारी के विषय में भी जानकारी दी। ताज ट्रेपेजियम जोन के जनपदों आगरा, मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, कासगंज, फिरोजाबाद के विषय में उन्होंने सूचित किया कि इन जनपदों में कुल 618.406 क्षेत्रफल में 92 स्थलों पर 6.20 लाख पौधों का रोपण 2015 में किया जाएगा। बैठक में वन क्षेत्र के अंदर सड़कों की मरम्मत के सम्बन्ध में भी विचार-विमर्श किया गया। साथ ही, वन रक्षकों की कमी को दूर करने के बारे में भी चर्चा हुई।
बैठक मेें राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, वन राज्य मंत्री
श्री फरीद महफूज़ किदवई, ऊर्जा राज्य मंत्री श्री यासर शाह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती अनीता सिंह, प्रमुख सचिव वन श्री संजीव सरन, सचिव मुख्यमंत्री श्री शम्भू सिंह यादव, विशेष कार्याधिकारी मुख्यमंत्री श्री जगदेव सिंह, प्रमुख वन संरक्षक श्री रूपक डे सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।