लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने दायित्वों के निर्वहन में उदासीनता एवं लापरवाही बरतने पर चित्रकूट के बेसिक शिक्षा
अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी तथा ए0आर0टी0ओ0 को तात्कालिक प्रभाव से निलम्बित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में शिथिलता बरतने वाले किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री आज चित्रकूट के दौरे पर थे। उन्होंने वहां पुलिस लाइन्स प्रागंण में 51 करोड़ 63 लाख 38 हजार की कुल 16 परियोजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने 1047 अन्त्योदय पात्र परिवारों को विशेष राहत सामग्री वितरण योजना के तहत 5 किलो दाल, 10 किलो आटा, 5 किलो सरसों का तेल, 1 किलो घी, 1 किलो मिल्क पाउडर, 25 किलो आलू के पैकेट उपलब्ध कराये। इसके अलावा उन्होंने 122 लाभार्थियों को कन्या विद्याधन योजना, 250 लाभार्थियों को समाजवादी पेंशन योजना, 5 को कृषक दुर्घटना बीमा योजना का लाभ प्रदान किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं को तेजी से लागू करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अधिकारीगण अपने-अपने विभागों के माध्यम से बुन्देलखण्ड क्षेत्र की बदहाली को दूर करने तथा सूखे एवं ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को मदद करने के लिए हर सम्भव कदम उठायंे।
श्री यादव ने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के प्राविधानों को पूरे देश में सर्वप्रथम उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र में लागू किया। राज्य सरकार ने इस अधिनियम के तहत चिन्हित गरीब परिवारों को 2 रुपए किलो गेहूॅं और 3 रुपए किलो चावल की योजना का सरलीकरण करते हुए बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सूखाग्रस्त क्षेत्रों में लोगों को राहत देने की व्यवस्था की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्रकूट की धरती पवित्र एवं अध्यात्मिक रूप से अत्यंत रमणीक भूमि है। समाजवादियों का इस भूमि से जुड़ाव इस नाते भी और अत्यधिक है कि यह धरती प्रख्यात समाजवादी चिंतक और विचारक डाॅ0 राम मनोहर लोहिया की कर्मभूमि रही है। उन्होंने किसान भाईयों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि दुःख की इस घड़ी में समाजवादी सरकार पूरी तरह उनकेे साथ है। उन्होंने यहां के पिछले समाजवादी चिंतन शिविर का उल्लेख करते हुए कहा कि उस चिंतन शिविर से हमने प्रेरणा ग्रहण करते हुए बहुत कुछ सीखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इधर दो-तीन वर्षों में अवर्षण और सूखा की वजह से बुन्देलखण्ड समस्याओं से ग्रसित रहा है। प्रदेश सरकार ने यहां के किसान भाईयों के दुःख दर्द को महसूस करते हुए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का तेजी से संचालन किया।
श्री यादव ने किसानों की समस्याओं के संबंध में राज्य सरकार के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड के विकास के लिए प्रदेश सरकार कोई कोर-कसर किसी भी स्थिति में नहीं छोड़ेगी। इस क्षेत्र का सर्वे कराया गया है और यहां की समस्याओं से निपटने के लिए विस्तृत कार्ययोजना सरकार ने तैयार करायी है, जिस पर राज्य सरकार ने काम करना भी शुरू कर दिया है। चित्रकूट जिले में 40 हजार से अधिक समाजवादी पेंशन योजना के लाभार्थियों को उनके खातों में पेंशन की राशि भेजी जा रही है। राज्य सरकार का प्रयास है कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सभी गरीब परिवारों को इस योजना से आच्छादित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने चित्रकूट में पुलिस लाइन मैदान में जिन 16 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया उनमें 22 करोड़ 47 लाख 88 हजार रुपए की लागत से कर्वी-राजापुर-पहाड़ी मार्ग पर रेलवे क्रासिंग पर निर्मित उपरिगामी सेतु, 7 करोड़ 94 लाख 06 रुपए हजार की चित्रकूट सीवरेज योजना, निरीक्षण भवन चित्रकूट में 96 लाख 27 हजार रुपए की लागत के दो सूटों का निर्माण, 82 लाख 04 हजार रुपए की लागत भैंसोधा का मजरा-बलरामपुर सम्पर्क मार्ग, 2 करोड़ 40 लाख 16 हजार रुपए की लागत के गोपीपुर सम्पर्क मार्ग एवं करौंदीखुर्द सम्पर्क मार्ग शामिल हैं।
इसके अलावा 28 लाख 60 हजार रुपए की लागत के पहाड़ी विकास खण्ड के तौरा, बेराउर बांगर, बालापुर खालसा, रायपुर बांगर और साहबतारा देवरी आंगनबाड़ी केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र राजापुर में 2 करोड़ 90 लाख 51 हजार रुपए की लागत से निर्मित 30 बिस्तर की मैटरनिटी विंग, 2 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से पहाड़ी ब्लाक के ग्राम खरियारी, सरधुआ में निर्मित माडल स्कूल भवन तथा 3 करोड़ 78 लाख 13 हजार रुपए की लागत वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामनगर का भवन भी लोकार्पित परियोजनाओं में शामिल है।
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने 4 करोड़ 15 लाख 89 हजार रुपए की लागत के गुन्ता बांध के आधुनिकीकरण कार्य तथा 3 करोड़ 14 लाख 84 हजार रुपए की लागत वाले स्पोर्टस् स्टेडियम का लोकार्पण भी किया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए घोषणा की कि चित्रकूट में सभी सुविधाओं से युक्त प्रेस क्लब की स्थापना की जायेगी। ज्ञातव्य है कि प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों ने चित्रकूट में प्रेस क्लब की मांग की थी।
मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने अपने सम्बोधन में कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में जल संरक्षण योजना चलायी जा रही है। इस क्षेत्र में मनरेगा के तहत 100 दिन कार्य कराने के स्थान पर बढ़ाकर 150 दिन कर दिया गया है।