लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था में नौजवानों के लिए अपार
सम्भावनाएं हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के नौजवान इन अवसरों का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। नौजवानों को जागरूक किए जाने कि जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की जानकारी देने वाली पत्रिकाओं को उद्यम स्थापित करने के साथ-साथ कुटीर उद्योग आदि के सम्बन्ध में भी जानकारी उपलब्ध करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘नया लक्ष्य’ जैसी पत्रिकाएं नौजवानों को विविध जानकारी हासिल करने के लिए काफी मददगार साबित हो सकती हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर प्रतियोगी पाक्षिक पत्रिका ‘नया लक्ष्य’ का विमोचन करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न विकास परियोजनाओं के दूरगामी असर की जानकारी आम लोगों को नहीं हो पाती। इस सम्बन्ध में मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हुए परियोजनाओं के प्रभाव से लोगों को अवगत करा सकता है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे लोगों का शहरों की तरफ झुकाव कम होगा, क्योंकि इस एक्सप्रेस-वे के फलस्वरूप कई जरूरी सुविधाएं लोगों को अपने क्षेत्रों में ही मिलने लगेगी। उन्होंने भरोसा जताया कि यह परियोजना शीघ्र पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अब पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर तेजी से काम करने का प्रयास किया जाएगा।
प्रदेश में नवयुवकों की विशाल जनसंख्या की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नौजवानों को नौकरी एवं रोजगार की दरकार है। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की शुरूआत में लगभग 45 लाख नौजवानों के पंजीयन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यदि इस विशाल आबादी को शीघ्र रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया तो विशाल नौजवान आबादी का कोई लाभ समाज को नहीं मिल पाएगा। इसीलिए राज्य सरकार लगातार इस दिशा में काम कर रही है। वर्तमान समय को सूचनाओं का दौर बताते हुए उन्होंने कहा कि व्यापार क्षेत्र में ई-बिजनेस तेजी से विकसित हो रहा है। भविष्य में व्यापार की और भी कई विधाएं प्रचलन में आ सकती हैं। इसके लिए मानसिक रूप से नौजवानों को तैयार और प्रशिक्षित करना सरकार एवं समाज का दायित्व है। इस कार्य में मीडिया भी काफी उपयोगी एवं सकारात्मक भूमिका अदा कर सकता है।
ग्लोबल वाॅर्मिंग की चर्चा करते हुए श्री यादव ने कहा कि यद्यपि इसका सबसे बड़ा असर किसानों पर पड़ रहा है, लेकिन अन्ततोगत्वा इसका प्रभाव पूरे समाज के रहन-सहन एवं अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। इसलिए समय रहते हर व्यक्ति को प्रतिबद्ध होकर इस समस्या के समाधान के लिए कोशिश करनी होगी। राज्य सरकार द्वारा संचालित विकास कार्यों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि जहां पर्यावरण को बचाना सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारियों में शामिल है, वहीं नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराना भी इसकी जिम्मेदारी है। राज्य सरकार इस दिशा में गम्भीरता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर निःशुल्क लैपटाॅप वितरण परियोजना में कहीं भी भ्रष्टाचार की शिकायत नहीं मिली। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम किया गया है। ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा तथा ‘102’ नेशनल एम्बुलेंस सर्विस के माध्यम से लोगों को कम से कम समय में इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके साथ ही कई ऐसी योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिनके माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो रहा है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रमुख सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल ने कहा कि अब नौजवान किसी खास सेवा क्षेत्र को प्राथमिकता देने के बजाय जो भी कॅरियर अपनाते हैं, उसमें विशिष्ट कार्य करने का प्रयास करते हैं। कई प्रदेशों की अपेक्षा उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में नौजवानों के मार्गदर्शन के लिए अच्छी पत्रिकाओं का अभाव है। कदाचित ‘नया लक्ष्य’ इस कमी को पूरा करने में सफल होगा।
कार्यक्रम को ‘नया लक्ष्य’ पत्रिका के सम्पादक श्री संजय शर्मा सहित पत्रकार श्री रामदत्त त्रिपाठी, श्री सुधीर मिश्र, श्री ज्ञानेन्द्र शुक्ला तथा श्री अजय कुमार ने भी सम्बोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रतिष्ठान की प्रबन्ध निदेशक श्रीमती बबीता चतुर्वेदी ने किया।
इस अवसर पर प्रदेश मंत्रिमण्डल के सदस्य श्री राजेन्द्र चैधरी, श्री बलवंत सिंह रामूवालिया, श्री राम गोविन्द चैधरी, श्री दुर्गा प्रसाद यादव, श्री महबूब अली, श्री कैलाश चैरसिया तथा डाॅ0 शिव प्रताप यादव सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।