लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज सिद्धार्थनगर जनपद में सिद्धार्थ विश्वविद्यालय का लोकार्पण किया। उन्होंने जनपद में 187.20 करोड़ रुपए की 128 परियोजनाओं का शिलान्यास तथा 181.83 करोड़ रुपए की 121 परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया। इनकी कुल लागत 369.03 करोड़ रुपए है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विश्वविद्यालय में प्रथम बैच की शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र/छात्राओं से रूबरू हुए। उन्होंने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस पिछड़े जनपद में गरीब बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए कोई संसाधन नहीं था। यह सौभाग्य है कि समाजवादी सरकार बनने के बाद 30 अक्टूबर 2013 को विधानसभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय के अथक प्रयास से सिद्धार्थ विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया गया। विश्वविद्यालय का निर्माण तेज गति से किया गया। इस विश्वविद्यालय में भव्य प्रशासनिक भवन तथा अन्य भवनों का भी निर्माण कराया गया है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि यहां से उच्च शिक्षा प्राप्त करके छात्र-छात्राएं जीवन में उन्नति करेंगे और विश्वविद्यालय तथा प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को धन्यवाद देते हुए कठिन परिश्रम करके लक्ष्यों को प्राप्त करने की शुभकामनाएं दीं।
लोकार्पण अवसर पर आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दिन ऐतिहासिक है, जिस दिन इस पिछड़े जनपद के लिए सिद्धार्थ विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया जा रहा है। इस विश्वविद्यालय में इस जनपद के साथ-साथ पड़ोसी देश नेपाल तथा अन्य क्षेत्रों के छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा प्राप्त कर बुलन्दियों को हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रगति का आधार है और आने वाले दिनों में सिद्धार्थ विश्वविद्यालय की धरती के आस-पास के लोगों को खुशहाली के रास्ते दिखाई देंगे।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने बहुत सारे कार्य किये हैं। इतने विकास कार्य पिछली सरकारों के कार्यकाल में नहीं किए गए। प्रदेश के सभी जनपदों के लिए पुल, सड़क, बिजली, एम्बुलेंस, आदि की सेवा उपलब्ध करायी गयी है। इसके अलावा, समाजवादी पेंशन योजना, लोहिया ग्रामीण आवास योजना, कन्या विद्याधन योजना, मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप वितरण कराया गया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में 55 लाख गरीब लाभार्थियों को समाजवादी पेंशन योजना की धनराशि सीधे बैंक खाते में उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार ने संतुलन बनाकर कार्य किया है। सभी वर्गों और क्षेत्रों को विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लाभ पहुंचाया गया है। राज्य सरकार द्वारा किसानों की समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता के आधार पर किया गया है। पिछली राज्य सरकार के कार्यकाल में सिर्फ पत्थर लगाए गए और पत्थरों से हाथी बनाए जाने का कार्य किया जाता रहा। जबकि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सिर्फ एक फोन करने पर एम्बुलेन्स आपके घर निःशुल्क पहुंचकर मरीजों को अस्पताल तक ले जाती है। समाजवादी सरकार का लक्ष्य विकास है। आबादी के हिसाब से हमारा प्रदेश बहुत बड़ा है और चुनौतियां भी ज्यादा हैं। इन चुनौतियों का सामना राज्य सरकार अपने संसाधनों से दृढ़ता से कर रही है।
इस मौके पर श्री यादव ने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को लाभान्वित किया। निःशुल्क साइकिल वितरण योजना के 1000, निःशुल्क लैपटाॅप वितरण योजना के तहत 471 लैपटाॅप, भूमि सेना/भूमि सुधार योजना के अन्तर्गत 15 लाभार्थी, लोहिया ग्रामीण आवास योजना के 10, सोलर फोटो वोल्टेइक इरीगेशन पम्प योजना के 5, कौशल विकास मिशन योजना के 65, कुक्कुट लेयर का 01, कामधेनु योजना के 02 लाभार्थियों सहित 100 विकंलागजन को ट्राई साइकिल प्रदान कर लाभान्वित किया गया।
लोकार्पण कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विधान सभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय ने जनपदवासियों की तरफ से मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सौभाग्य है कि मुख्यमंत्री द्वारा 30 अक्टूबर, 2013 को सिद्धार्थ विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया गया और आज उन्हीं के द्वारा इस विश्वविद्यालय का लोकार्पण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सिद्धार्थनगर जैसे पिछड़े जनपद में शिक्षा, सड़क, बिजली आदि की सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं।
लाभार्थियों को वितरण करने के बाद मुख्यमंत्री ने लोहिया कला भवन पहुंचकर समाजवादी विचारक श्री बृज भूषण तिवारी की मूर्ति का अनावरण तथा जिम्नेजियम हाॅल का उद्घाटन किया। जनपद भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री तहसील एवं विकासखण्ड नौगढ़ के अन्तर्गत ग्राम पंचायत कोड़रा ग्रान्ट में आयोजित कार्यक्रम के तहत ग्रामवासियों से रूबरू हुए और उन्हें सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया। इस अवसर पर श्रमिकों को साइकिल तथा विकलांगजन को ट्राई साइकिल का वितरण किया गया।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री श्री रामकरन आर्य, सांसद श्री आलोक तिवारी, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रजनीकान्त पाण्डेय सहित विधायकगण, अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।