लखनऊ: मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश पुलिस राज्य व्यापी डायल ‘100’ परियोजना का संचालन प्रत्येक दशा में 02 अक्टूबर, 2016 से शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि लखनऊ सहित वाराणसी, आगरा, गाजियाबाद और झांसी जनपदों में इस परियोजना की शुरुआत के लिए वे स्वयं वहां जाएंगे।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर पुलिस आधुनिकीकरण हेतु राज्य सरकार के सलाहकार श्री वेंकट चंगावल्ली के साथ परियोजना के क्रियान्वयन में अब तक हुई प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।
श्री यादव ने कहा कि परियोजना के लिए तैनात होने वाले पुलिस कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाए। पुलिस कर्मियों को जनता के साथ अच्छा व्यवहार और घटना स्थल पर समय से पहुंचने के लिए प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाए कि ‘108’ और ‘102’ एम्बुलेन्स सेवा की तर्ज पर पुलिस भी न्यूनतम समय में घटना स्थल पर पहुंच सके। उन्होंने परियोजना के लिए स्थापित होने वाले कॉल सेण्टर में महिला पुलिस कर्मियों की भी तैनाती किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार कानून-व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए कटिबद्ध है। इसके मद्देनजर पुलिस बल को सभी आधुनिक संसाधनों सहित अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। न्यूनतम समय में मौके पर पुलिस पहुंच सके, इस उद्देश्य से प्रदेश सरकार यह परियोजना लागू कर रही है। उन्होंने डायल ‘100’ परियोजना के लिए मानक तय करते हुए कहा कि इसे सबसे तेज, बड़ी, सस्ती, प्रभावी और बेहतर ;थ्ंेजमेजए स्ंतहमेजए ब्ीमंचमेजए ैजनतकपमेज ंदक ठमजजमतद्ध सेवा के तौर पर विकसित किया जाए।
बैठक के दौरान श्री चंगावल्ली ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि परियोजना के तहत 3200 चार पहिया वाहन सक्रिय रहेंगे। इनमें 700 इनोवा तथा 2500 बोलेरो गाड़ियां होंगी और ये सभी वाहन काले रंग के होंगे। वर्तमान मंे परियोजना के भवन का निर्माण लखनऊ में शहीद पथ पर तेजी से कराया जा रहा है। वाहनों की व्यवस्था और प्रबन्धन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। स्थापित होने वाले कॉल सेन्टर में 100 महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाएगी। परियोजना को लागू करने के सम्बन्ध मंे सभी जरूरी व्यवस्थाओं के लिए निविदा प्रक्रिया जारी है।
ज्ञातव्य है कि लखनऊ, कानपुर नगर, इलाहाबाद एवं गाजियाबाद में स्थापित आधुनिक पुलिस नियंत्रण कक्ष द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं के उत्साहजनक नतीजों को देखते हुए प्रदेश स्तरीय पुलिस इमरजेन्सी प्रबन्धन प्रणाली (पी0ई0एम0एस0) डायल ‘100’ परियोजना लागू करने का फैसला राज्य सरकार द्वारा लिया गया था। लखनऊ में राज्य व्यापी डायल ‘100’ परियोजना भवन का निर्माण कराया जा रहा है, जिसका शिलान्यास पिछले साल दिसम्बर में मुख्यमंत्री द्वारा किया गया था।
मुख्य डायल ‘100’ केन्द्र की तरह आगरा तथा वाराणसी में दो उपकेन्द्र स्थापित किए जाएंगे। यह उपकेन्द्र, मुख्य केन्द्र के वैकल्पिक केन्द्र रूप में कार्य करेंगे। लखनऊ केन्द्र की सेवाओं में किसी तरह के व्यवधान होने की स्थिति में अथवा लखनऊ केन्द्र में क्षमता से अधिक टेलीफोन कॉल होने की स्थिति में ये केन्द्र स्वतः कार्य करेंगे। ये केन्द्र भी मुख्य केन्द्र की भांति लगातार 24 घण्टे कार्यरत होंगे।
इस परियोजना के अन्तर्गत आकस्मिक स्थिति में प्रदेश के किसी भी स्थान से टेलीफोन, एस0एम0एस0 अथवा किसी अन्य संचार माध्यम से राज्य व्यापी डायल ‘100’ परियोजना के केन्द्र से सम्पर्क करने वाले नागरिकों को तत्काल पुलिस सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। यह केन्द्र 24 घण्टे कार्य करेगा।
डायल ‘100’ परियोजना के अन्तर्गत स्थल सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रदेश के 75 जनपदों में कुल 4800 वाहन पुलिस पैट्रोल वाहनों के रूप में सक्रिय किए जाएंगे। इनमें 3200 चार पहिया वाहन एवं 1600 दो पहिया वाहन होंगे। ये सभी वाहन जी0पी0एस0 सहित अन्य अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होंगे।
इस परियोजना के तहत शहरी क्षेत्रों के लिए दो पहिया वाहन का रिस्पॉन्स टाइम लगभग 10 मिनट निर्धारित किया गया है। चार पहिया वाहन का रिस्पॉन्स टाइम शहरी क्षेत्रों के लिए लगभग 15 मिनट होगा। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों के लिए चार पहिया वाहन का रिस्पॉन्स टाइम लगभग 20 मिनट होगा।