लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की समाजवादी सरकार ने भविष्य में लैपटाॅप, कम्प्यूटर जैसी आई0टी0 आधारित डिवाइसों के महत्व को पहले ही पहचान लिया था, इसलिए प्रदेश के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क लैपटाॅप वितरण का निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश के विकास में डिजिटल टेक्नोलाॅजी के योगदान के मद्देनजर राज्य सरकार ने इस कार्य को प्राथमिकता दी थी। शुरुआत में विरोधियों को यह बात समझ में नहीं आयी, परन्तु अब वे खुद समाजवादी सरकार की तमाम योजनाओं की नकल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वर्ष 2017 में ‘समाजवादी स्मार्टफोन योजना’ क्रियान्वित करेगी। इस योजना के पात्र लाभार्थियों को निःशुल्क स्मार्टफोन उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्मार्टफोन पाने के लिए अब तक एक करोड़ रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। यह योजना उत्तर प्रदेश में क्रान्ति लाएगी।
मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में ‘अन्तर्राष्ट्रीय कम्प्यूटर साक्षरता दिवस’ के अवसर पर मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित लैपटाॅप वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। लैपटाॅप प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर शिक्षा तथा आई0टी0 सेक्टर में काफी बदलाव हो रहे हैं। परन्तु अभी भी बहुत से लोग इन बदलावों से वाकिफ नहीं हैं, जिससे ऐसे लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है और डिजिटल डिवाइड बढ़ता जा रहा है।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने निःशुल्क लैपटाॅप वितरण योजना के माध्यम से डिजिटल डिवाइड को कम किया है। इस योजना का सबसे ज्यादा लाभ किसान और गरीब परिवारों के छात्र-छात्राओं को मिला है। लैपटाॅप का बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए वे न केवल अपनी शिक्षा को आगे बढ़ा रहे हैं, बल्कि इसके जरिए वे अपने सपनों को भी साकार कर रहे हैं। साथ ही, ये बच्चे अपने परिवार के सदस्यों और आसपास के लोगों को कम्प्यूटर साक्षर बनाने का महत्वपूर्ण काम भी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल डिवाइड की समस्या सिर्फ़ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में है। जर्मनी का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि वहां की समाजवादी गठबन्धन सरकार ने जब अपने देश में डिजिटल डिवाइड के लिए सर्वे करवाया तो उसे भी अपने यहां मौजूद डिजिटल डिवाइड की जानकारी हुई, जिसे दूर करने की दिशा में वहां भी कदम उठाए गए। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक का लाभ सभी को बराबरी से मिलना चाहिए, इसलिए सरकार ने छात्र-छात्राओं को निःशुल्क लैपटाॅप उपलब्ध कराए हैं।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी लोग चहुमुंखी विकास के पक्षधर हैं। समाजवादी यह भी चाहते हैं कि विकास का लाभ सभी को मिले। प्रदेश सरकार ने विकास और जनकल्याण की कई योजनाएं पिछले लगभग 5 साल में लागू की हैं। जहां एक ओर राज्य सरकार ने लखनऊ में मेट्रो रेल चलवा दी, वहीं दूसरी ओर देश के सबसे लम्बे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया जा चुका है। यह एक्सप्रेस-वे आगामी 23 दिसम्बर से जनता के उपयोग के लिए खोल दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार ने शहरों, गाँवों तथा आम लोगों के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि समाज में खुशहाली लाने के लिए हम सभी को ऐसा वातावरण बनाना होगा, जिसमें उद्योग धन्धे फलें-फूलें, सभी को शिक्षा, चिकित्सा सुविधा के साथ-साथ नौजवानों को रोजगार के अवसर सुलभ हों। उन्होंने कहा कि डर पैदा करने से अर्थव्यवस्था आगे नहीं बढ़ती है।
श्री यादव ने लैपटाॅप प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें भविष्य में कड़ी मेहनत करते हुए आगे बढ़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सभी छात्र-छात्राएं आने वाले समय में देश और राज्य के विकास में अपना योगदान सकारात्मक कार्याें से दे सकते हैं।
इस अवसर पर मंत्रिपरिषद के सदस्य श्री अहमद हसन, श्री बलराम यादव, श्री राजेन्द्र चैधरी, श्री रविदास मेहरोत्रा, श्री विजय बहादुर पाल, सांसद श्री प्रमोद तिवारी, प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा श्री जितेन्द्र कुमार, विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं तथा गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि समाजवादी सरकार द्वारा वर्ष 2015 व 2016 में यू0पी0 बोर्ड, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड, सी0बी0एस0ई0 एवं आई0सी0एस0ई0 बोर्ड से हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण मेधावी छात्र-छात्राओं को निःशुल्क लैपटाॅप उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके अन्तर्गत जनपद लखनऊ में 2,909 मेधावी छात्र-छात्राओं को निःशुल्क लैपटाॅप उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इनमें से 250 छात्र-छात्राओं को आज इस कार्यक्रम के दौरान लैपटाॅप उपलब्ध कराए गए, जबकि अन्य छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप दिये जाने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है।