लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने ललितपुर में स्थापित हो रहे थर्मल पावर प्लाण्ट की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने समीक्षा में पाया कि इस पावर प्लाण्ट की स्थापना में विलम्ब हो रहा है। ललितपुर पावर जेनरेशन कम्पनी लिमिटेड 1980 मेगावाट (3ग660 मेगावाट) क्षमता की इस ऊर्जा परियोजना को विकसित कर रही है।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में इस कम्पनी के चेयरमैन श्री कुशाग्र बजाज ने आज उनके सरकारी आवास पर भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री को ललितपुर पावर प्लाण्ट के सम्बन्ध में अब तक की प्रगति से अवगत कराते हुए कहा कि इस परियोजना को विकसित किए जाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने परियोजना में हो रही देरी पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इसे जल्द से जल्द प्रारम्भ कराया जाए। कम्पनी के चेयरमैन ने मुख्यमंत्री से कहा कि उनके निर्देशों के क्रम में 660 मेगावाट की एक यूनिट कल से ही प्रारम्भ हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के विद्युत उत्पादन से प्रदेश की ऊर्जा व्यवस्था में सुधार आएगा।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों को प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए सभी विद्युत सब स्टेशनों, ट्रान्सफार्मरों तथा लाइनों की व्यवस्था हर हाल में चुस्त-दुरुस्त रखी जाए और फील्ड में तैनात अधिकारी व अभियन्तागण इस कार्य को प्राथमिकता पर सुनिश्चित करें। उन्होंने नवीन बिजली परियोजना को तेजी से पूरा कराने और बिजली उपभोक्ताओं के बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
श्री यादव ने विद्युत ट्रान्समिशन के कार्यों में खासतौर से तेजी लाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य को समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए, जिससे वर्ष 2016 तक नई बिजली परियोजनाओं से उत्पादित होने वाली बिजली की सुचारू आपूर्ति जनता को उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने ग्रामीण विद्युतीकरण के कार्यों में तेजी लाने तथा किसानों के हित में निजी नलकूपों का विद्युतीकरण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार वर्ष 2016 से ग्रामीण क्षेत्रों में 16 घण्टे तथा शहरी क्षेत्रों में 22 से 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए विस्तृत कार्य योजना पर कार्य किया जा रहा है। अनपरा ‘डी’ बिजली परियोजना 500 मेगावाट क्षमता की पहली इकाई तथा 120 मेगावाट क्षमता की एक अन्य इकाई हरदुआगंज में पिछले दिनों आरम्भ कर दी गई है। इससे राज्य में विद्युत उपलब्धता में वृद्धि हुई है। उन्होंने अनपरा ‘डी’ परियोजना की 500 मेगावाट क्षमता की दूसरी इकाई भी शीघ्र शुरु किए जाने के निर्देश दिए।
श्री यादव ने कहा कि विद्युत आपूर्ति में सुधार के प्रयासों के सुपरिणाम अब सामने आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि विद्युत क्षेत्र में बहुत सारे काम ऐसे किए गए हैं, जिनसे विद्युत पारेषण, वितरण एवं उत्पादन का क्षेत्र सुदृढ़ हुआ है। राज्य सरकार भविष्य में लोगों की बिजली की जरूरत को पूरा करने के लिए तैयार है।