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मुख्यमंत्री ने ‘मंच’ सोशल इण्टरप्राइज समिट उ0प्र0-2015 को सम्बोधित किया

उत्तर प्रदेश
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि सोशल इण्टरप्राइज में सरकार पूरा सहयोग देगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सर्वाधिक जनसंख्या वाला प्रदेश है। ऐसे में, यहां पर बहुत कार्य किया जा सकता है तथा इसके माध्यम से लोगों के जीवन में बहुत बदलाव लाया जा सकता है। गरीबों की काफी मदद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सीमित वित्तीय संसाधनों के बावजूद समाजवादी सरकार, उत्तर प्रदेश को विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ाने में कामयाब हुई है।

आज विकास के मामले में उत्तर प्रदेश ने अन्य राज्यों को काफी पीछे छोड़ दिया है। तमाम राज्य हमारी सरकार के लोकप्रिय कार्यक्रमों एवं योजनाओं को अपने यहां लागू कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनहित से जुड़ी सरकार की प्राथमिकताओं को गम्भीरता के साथ प्रभावी ढंग से लागू किया जाए, ताकि लोगों को इनका पूरा लाभ मिले।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास 5, कालिदास मार्ग पर आयोजित ‘मंच’ सोशल इण्टरप्राइज समिट उ0प्र0-2015 को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार सन्तुलित विकास की पक्षधर है। सरकार द्वारा जहां एक ओर गांवों को विकास की मुख्य धारा में लाने का काम किया गया है, वहीं दूसरी तरफ शहरी आबादी की जरूरतों के मुताबिक अवस्थापना सुविधाओं का विकास भी किया गया है।
श्री यादव ने कहा कि हमें अपनी योजनाओं को बनाते समय यह देखना होगा कि स्थानीय जरूरतें क्या हैं? कौन-कौन से संसाधन उपलब्ध हैं और हमारे विकास की प्राथमिकता क्या है? उन्होंने कहा कि हमें यह भी देखना चाहिए कि विकास के सम्बन्ध में जिस भी क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, उसे बेहतर से बेहतर कैसे करें? सोशल एन्ट्रेप्रन्योरशिप का क्षेत्र बेहद व्यापक है। इसमें निजी व गैर-सरकारी संस्थाओं की भागीदारी जरूरी है। इन संस्थाओं और उद्यमियों को मुनाफा कमाने के साथ-साथ सामाजिक व आर्थिक विकास पर भी ध्यान देना चाहिए। तमाम संस्थाएं इसी सिद्धान्त पर काम करती हैं और लाभ भी अर्जित करती हैं। इन संस्थाओं की कारोबारी गतिविधियों का लाभ हमंे स्थानीय स्तर पर दिखाई पड़ता है। को-आॅपरेटिव डेरी व फार्मिंग इसके बेहतरीन उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि सोशल सेक्टर में बेहद महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए समाजवादी पेंशन योजना लागू की गयी है। योजना के माध्यम से इस साल लगभग 45 लाख गरीब परिवारों को लाभान्वित कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फिफ्थ इस्टेट ट्रस्ट कृषि, ऊर्जा, पर्यावरण सुधार, जलवायु परिवर्तन, इंजीनियरिंग, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पेयजल और सफाई, आई0टी0, श्रम, महिला सशक्तिकरण आदि समाज हित से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि संस्था का यह प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है। आज फिफ्थ इस्टेट ट्रस्ट जैसी संस्थाओं द्वारा किए जा रहे प्रयासों और कार्यों की जरूरत देश व समाज को है। सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ाने के लिए अब सिर्फ सरकार पर ही निर्भर नहीं रहा जा सकता। इसके लिए निजी क्षेत्र, गैर-सरकारी व सामाजिक संगठनों को आगे आना होगा। फिफ्थ इस्टेट ट्रस्ट अपनी अनूठी परियोजनाओं के माध्यम से यह कार्य कर रही है, जिससे समाज, प्रदेश व देश का भला होगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की समस्या के समाधान के सम्बन्ध में पूर्व राष्ट्रपति डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम द्वारा सौर ऊर्जा के विकल्प को सुझाए जाने का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके सुझाव पर ही कन्नौज में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया और अब वहां कई गांवों को बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि सोशल इण्टरप्राइज इन सब क्षेत्रों में खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में गैर-पारम्परिक तरीकों के माध्यम से हमारे जीवन स्तर को सुधारने में कारगर साबित हो सकता है। हम किसानों की काफी मदद कर सकते हैं। राज्य सरकार ने इन तरीकों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इन्नोवेशन फण्ड स्थापित कर रखा है, जिसके माध्यम से हम नए तरीके ढ़ूंढ़ कर लोगों का जीवन आसान बनाने की कोशिश करते हैं। सोशल इण्टरप्रेन्योरशिप के माध्यम से हम गांवों की किस्मत बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि सोशल इण्टरप्रेन्योरशिप प्रोजेक्ट्स की प्रगति की माॅनीटरिंग करने की दृष्टि से मुख्य सचिव, मण्डलों तथा जिलों के स्तर पर आॅफिसर तैनात किए जाएंगे।
श्री यादव ने कहा कि फिफ्थ इस्टेट ट्रस्ट जनता की सहभागिता से अपनी परियोजनाओं और कार्यों को लागू कर रही है, जिसकी तारीफ की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सोशल एन्ट्रेप्रन्योरशिप को बढ़ाने के लिए फिफ्थ इस्टेट ट्रस्ट को हर सम्भव सहायता और सहयोग करेगी, ताकि संस्था के कार्यों और परियोजनाओं का लाभ सभी को मिल सके तथा उन्हें जन उपयोगी बनाते हुए और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।

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