लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में अनेक योजनाएं संचालित कर रही है, जिसका लाभ बड़े पैमाने पर सभी को मिल रहा है।
इसी क्रम में राज्य सरकार युवाओं को अत्याधुनिक तकनीक से जोड़ने तथा गैर-बराबरी को समाप्त करने के लिए मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप वितरित कर रही है। साथ ही, बालिकाआंे को कन्या विद्या धन का लाभ देकर उन्हें आगे की शिक्षा के लिए प्रोत्साहित भी कर रही है। गरीबों और किसानों के हित में राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज झांसी के सीनियर रेलवे इंस्टीट्यूट मैदान पर मेधावी छात्रों को लैपटाॅप वितरण, संशोधित कन्या विद्या धन वितरण एवं इण्डियन ग्रामीण क्रिकेट लीग प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरण के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने मंच पर स्वयं 10 छात्राओं को संशोधित कन्या विद्या धन योजना के चेक वितरित किए तथा 25 मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप भी प्रदान किए। कार्यक्रम के दौरान संशोधित कन्या विद्या धन योजना के तहत कुल 789 मेधावी छात्राओं को लाभान्वित किया गया, जबकि 360 छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप प्रदान किए गए।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की एवं इण्डियन ग्रामीण क्रिकेट लीग (आई0जी0सी0एल0) में भाग लेने वाली टीम व आयोजकों को सफल कार्यक्रम आयोजित करने के लिए जमकर सराहना की एवं टूर्नामेन्ट की विजयी टीम को प्रथम पुरस्कार के रूप में 5 लाख रुपए का चेक तथा उप विजेता टीम को 3 लाख 50 हजार रुपए का चेक भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश को डिजिटल इण्डिया के रूप में विकसित किया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि आई0जी0सी0एल0 के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त होगा। इससे गांव की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान मिलेगी। ऐसे आयोजनों से खिलाडि़यों की प्रतिभा में निखार तो आएगा साथ ही, वे भविष्य में प्रदेश व देश का नाम भी रोशन करंेगे।
श्री यादव ने वन महोत्सव सप्ताह का भी शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ‘क्लीन ग्रीन यूपी’ पर गम्भीरता से काम किया जा रहा है। उन्होंने वन विभाग को मौलश्री एवं पारिजात के पौधे भी प्रदान किए। उन्होंने कहा कि जनपद में 1000 एकड़ भूमि पर विशेष वृक्षारोपण किया जा रहा है। इसके साथ ही, बुन्देलखण्ड क्षेत्र के ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, चित्रकूट आदि जिलों में भी 1000 एकड़ भूमि पर विशेष वृक्षारोपण किया जा रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पर्यावरण की सुरक्षा हेतु कुल 418 स्थलों पर 50 एकड़ या उससे अधिक क्षेत्रों में हरित पट्टी का विकास किया जाएगा तथा पर्यावरण में सुधार लाने के लिए क्षेत्र को ग्रीन बेल्ट के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्लीन ग्रीन यू0पी0 के उद्देश्य से बुन्देलखण्ड में सबसे ज्यादा सोलर प्लाण्ट लगाए गए हैं।
इस अवसर पर प्रदेश मत्रिमंडल के मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण, इण्डियन ग्रामीण क्रिकेट लीग के चेयरमैन, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।