लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज सैफई, इटावा के इण्डोर स्पोट्र्स स्टेडियम में आयोजित 14वें ‘अन्तर्राष्ट्रीय भाषा एवं संस्कृति महोत्सव’ का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर महोत्सव में शिरकत करने आए 20 विभिन्न देशों के लगभग 120 विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि ये बच्चे उत्तर प्रदेश की भाषा व संस्कृति से रूबरू होंगे और उन्हें यहां की जानकारी होगी। उन्होंने कहा कि हमारे देश व प्रदेश में अनेक भाषाएं, बोलियां एवं संस्कृतियां हैं, जो अनेकता में एकता का उदाहरण प्रस्तुत करती हैं।
श्री यादव ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन एक सराहनीय पहल है और ये कार्यक्रम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना को सच्चे अर्थाें में प्रदर्शित करते हैं। इनसे सांस्कृतिक और भाषायी एकता मजबूत होती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विश्व के कई देशों से आबादी और क्षेत्रफल के हिसाब से बड़ा है और यहां पर थोड़ी-थोड़ी दूर पर भाषा व बोली बदल जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न देशों और स्थानों से आए तमाम धर्माें और संस्कृतियों के मानने वाले लोगों ने उत्तर प्रदेश में आकर यहां की संस्कृति को समृद्ध किया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न भाषाएं, संस्कृतियां और सभ्यताएं हमें एक-दूसरे से जोड़ती हैं।
मुख्यमंत्री ने उ0प्र0 ग्रामीण आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान, सैफई को विश्वविद्यालय बनाए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह नेताजी
श्री मुलायम सिंह यादव जी का सपना था कि इस संस्थान को विश्वविद्यालय का दर्जा मिले और न सिर्फ देश में ही बल्कि पूरी दुनिया में इसका नाम हो।
इस अवसर पर मंत्रिगण, सांसद, विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण, भारी संख्या में बच्चे व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।