लखनऊ: मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी विचारधारा और समाजवादी लोगों से ही प्रदेश व देश की
तरक्की सम्भव है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया यह देख रही है कि हिन्दुस्तान अपनी तरक्की का सफर कैसे तय करता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह रास्ता है, जिसके माध्यम से तरक्की की मंजिलें हासिल की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के आधार पर दुनिया के कई मुल्कों ने तरक्की की है। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से तरक्की के रास्ते पर है, लेकिन कुछ ताकतें उत्तर प्रदेश का विकास नहीं चाहती हैं। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों का उद्देश्य इंसानियत की सेवा है, जिसमें किसी झगड़े या लड़ाई का कोई स्थान नहीं है।
मुख्यमंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में हज-2016 के लिए आयोजित क़ुरा/लाॅटरी कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने हज यात्रियों के चयन के लिए क़ुरा (कम्प्यूटराइज्ड लाॅटरी) का शुभारम्भ किया। लाॅटरी के आधार पर कन्नौज के श्री मोहम्मद सलीम, श्री मोहम्मद सुहेल और सुश्री राबिया बेगम का नाम सबसे पहले आया। श्री यादव ने पवित्र हज की यात्रा के लिए चयनित होने वालों को दिली मुबारकबाद देते हुए उनकी सफल यात्रा की मंगल कामना की। उन्होंने कहा कि हज यात्रियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने अनेक कार्य किए हैं।
मुख्यमंत्री ने आर्थिक और सामाजिक विकास में शिक्षा के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि शिक्षा को बढ़ावा देने वाले देश ही विकसित और खुशहाल बने हैं। शिक्षा के प्रसार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री मोहम्मद आज़म खां के प्रयासों की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से भावी पीढि़यों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। इस दिशा में श्री मोहम्मद आजम खां ने मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना का उल्लेखनीय कार्य किया है।
श्री यादव ने समाजवादी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि जनकल्याणकारी नीतियों, कार्यक्रमों और फैसलों को लागू कर सरकार ने समाज के सभी वर्गों को लाभान्वित किया है। समाज में कायम सदभाव के माहौल को खराब करने का प्रयास करने वाली ताकतों का लगातार मुकाबला करते हुए राज्य सरकार ने आपसी भाईचारा बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार अल्पसंख्यक वर्गों के सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक उत्थान के लिए भी सार्थक प्रयास कर रही है। आयुर्वेदिक व यूनानी पद्धति के लिए अड़चनों को दूर करते हुए इसकी प्रैक्टिस को कानूनी दर्जा दिया गया है। मदरसों के सुदृढ़ीकरण सहित अल्पसंख्यक कल्याण व विकास की अन्य तमाम योजनाएं लागू की गईं हैं। समाजवादी पेंशन योजना के जरिए बड़ी संख्या में गरीब अल्पसंख्यक परिवारों सहित सभी गरीबों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अवस्थापना क्षेत्र में कई योजनाओं को लागू किया गया है।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री तथा राज्य हज समिति के अध्यक्ष श्री मोहम्मद आज़म खां ने शिक्षा के क्षेत्र में अपने प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि तालीम के काम से बेहतर कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा कि उसूल और सच्चाई की राह पर चलने वालों की जि़न्दगी में अड़चनें आती हैं, किन्तु उनका डटकर मुकाबला करना चाहिए। इसके पूर्व, श्री आज़म खां ने बुके भेंट कर और शाॅल ओढ़ाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
इस कार्यक्रम को मौलाना कल्बे सादिक और मौलाना ख़ालिद रशीद फि़रंगी महली ने भी सम्बोधित किया। तिलावते कुरान-ए-पाक से प्रोग्राम का आगाज़ किया गया। इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, सांसद श्री मुनव्वर सलीम, उर्दू अकादमी के अध्यक्ष श्री नवाज़ देवबन्दी, उ0प्र0 सुन्नी सेण्ट्रल वक्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष श्री जुफ़र फ़ारूकी, अनेक मुस्लिम धर्मगुरु, हज यात्रा के आवेदकगण, शासन व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।