लखनऊ: उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री अहमद हसन ने कहा है कि विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारी अपनी कार्यशैली में सुधार लाये अन्यथा उन्हें बख्शा नहीं जायेगा। उनके विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई की जायेगी। लापरवाह तथा अनुशासनहीन अधिकारियों को हटाने में जरा भी देरी नहीं की जायेगी। श्री हसन आज प्रदेश भर से आये हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के काम काज की समीक्षा कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के तेरह मुख्य चिकित्सा अधिकारियों का काम ठीक नहीं हैं। इनकी जांच करायी जायेगी। दोषी पाये जाने पर इसके विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जोयगी। बांदा, हमीरपुर तथा सिद्धार्थ नगर जनपद के मुख्य चिकित्साधिकारियों का काम संतोषजनक न पाये जाने पर उन्हें हटाये जाने का निर्देश दिया गया।
श्री अहमद हसन ने कहा कि प्रदेश की जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए फंड की कोई कमी नहीं है। समस्त जनपदों में भरपूर धनराशि उपलब्ध है। समस्त अधिकारी दवाओं की खरीद फरोख्त में लापरवाही न बरतें। मरीजों को दवायें अस्पताल से उपलब्ध करायी जायें। किसी भी दशा में बाहर से दवायें न लिखी जायें।
स्वास्थ्य मंत्री ने कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सर्वाधिक उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, गरीब जनता को समस्त चिकित्साीय सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही हैं। परन्तु कुछ भ्रष्ट लोगों ने इस पेशे को बदनाम कर रखा है। भ्रष्ट डाक्टर को हटाने में जरा भी देरी नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक डाक्टर को प्रतिदिन कम से कम 40 मरीजों को देखना होगा।
बैठक में प्रमुख सचिव श्री अरविन्द कुमार, मिशन निदेशक श्री अमित घोष सहित स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी उपस्थित थे।