देहरादून: प्रदेश के स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, आयुष एवं यूनानी शिक्षा मंत्री उत्तराखण्ड सरकार सुरेन्द्र सिंह नेगी ने आज विधान सभा में स्थित कार्यालय कक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की।
उन्होंने अधिकारियो से स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी लेते हुए कहा कि पिछली बैठक में लिए गये निर्णयों का निस्तारण समय से पूरा करें तथा इसके लिए समय सीमा का ध्यान रखा जाये।
बैठक में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि डेंगू के ड़क से निपटने की दिशा मंे कारगर कदम उठाने के साथ जहाॅ शहर के जिन क्षेत्रों में डेंगू मच्छर पनप रहे हैं। इनके सफाये के लिए स्वास्थ्य विभाग एलर्ट रहे। मच्छरों को मारने के लिए फागिंग की सुचारू व्यवस्था की जाये। मच्छरों से लोगों को छुटकारा दिलाने हेतु साफ-सफाई पर विशेष ध्यान नगर-निगमों के सहयोग से पूर्ण कराया जाये। इसके साथ ही मलेरिया न पनपे इसका पूर्ण ध्यान रखा जाये।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना की सम्पूर्ण तैयारी कर ली जाये। जिन व्यक्तियों के कार्ड बन चुके हैं। उन्हें रजिस्ट्रेशन न0 उपलब्ध करा दिये जाये तथा वह सम्पूर्ण प्रक्रिया पूर्ण की जाये चूकि उक्त योजना 1 अगस्त से प्रारम्भ की जानी है। इसका भी वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाये। समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कैम्प एवं सर्जिकल स्वास्थ्य कैम्प का रोड मैप बना लिया जाये तथा इन कैम्पों में प्राईवेट हाॅस्पिटल की भी भागीदारी सुनिश्चित की जाये तथा इसमें जहाॅ कैम्प लगाये जाते हैं उनकी संख्या बढ़ाई जाये जिससे ओ0पी0डी0 ज्यादा आयेगी क्षेत्रीय जनमानस ज्यादा लाभान्वित होगा तथा कैम्प आयोजित करने से पूर्ण क्षेत्र में इसका प्रचार भी किया जाये।
बैठक में उन्होंने कोटद्वार एवं भगवानपुर मेडिकल काॅलेज के विषय में सम्पूर्ण जानकारी हेतु जिलाधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी। पी0पी0पी0मोड के अन्तर्गत संचालित सचल वाहन के भुगतान के सम्बन्ध में भी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में उन्होंने संयुक्त चिकित्सालय मसूरी के भवन-निर्माण हेतु धनराशि अवमुक्त किये जाने हेतु मुख्यमंत्री से वार्ता करने को कहा। मंत्री ने बौराड़ी एवं खटीमा चिकित्सालयों को पी0पी0पी0मोड पर लाने हेतु प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बनाने को कहा।
समीक्षा बैठक में उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टरों के पदों के सृजन हेतु प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने पी0पी0पी0मोड में संचालित चिकित्सालयों के संचालन हेतु वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में भी अधिकारियों से विचार-विमर्श किया।
समीक्षा के दौरान उनके द्वारा केदारनाथ सहित चार धाम यात्रा में तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की इसके साथ ही उन्होंने कैलाश मानसरोवर यात्रा के सम्बन्ध में भी उनके द्वारा विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि यात्रा मार्गों पर लगाये गये स्वास्थ्य कैम्पों तथा औषधी वितरण केन्द्रों में दवा प्रचुर मात्रा में है। जिससे यात्रियों को किसी दवा के अभाव में किसी प्रकार की दिक्कत न हो बैठक के अन्त मे उन्होंने कहा कि दून हाॅस्पिटल में जो अतिरिक्त एक्सरे टैक्नीशियन हैं उन्हें जहाॅ जरूरत है उन्हें वहाॅ भेजा जाये।