नई दिल्ली: दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और इससे सटे गुजरात राज्य के ऊपर बना गहरा दबाव पिछले 12 घंटे में उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ गया है और आज 29 जुलाई, 2015 को सुबह साढ़े पांच बजे बीकानेर (राजस्थान) के दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में करीब 180 किलोमीटर पर दक्षिण राजस्थान के ऊपर केंद्रित हो गया है। यह धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ेगा और अगले 12 घंटों में कमजोर पड़ जायेगा। इस दबाव की वजह से कुछ क्षेत्रों में आज और कल बहुत अधिक बारिश तथा गुजरात क्षेत्र, दमन और दीव, दादरा एवं नागर हवेली तथा सौराष्ट्र एवं कच्छ में कहीं-कहीं बहुत तेज बारिश हो सकती है। क्षेत्र में अधिकतर इलाकों में भी मध्यम बारिश हो सकती है। इसी क्षेत्र में 31 जुलाई, 2015 को कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भी संभावना है।
इसी प्रकार भारतीय मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों के दौरान राजस्थान में अधिकतर स्थानों पर बारिश तथा कुछ इलाकों में भारी से अत्यधिक बारिश की संभावना व्यक्त की है। इसके अलावा अगले 24 घंटों में पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछेक स्थानों पर बारिश हो सकती है।
अगले 48 घंटों के दौरान गुजरात और उत्तरी कोंकण समुद्र तटों पर 45-55 किमी प्रति घंटे की गति वाली तुफानी हवाएं चल सकती है। इसी अवधि के दौरान गुजरात और उत्तरी कोंकण तट के आस-पास समुद्री क्षेत्र में स्थिती गंभीर से अति गंभीर बनी रहेगी। इस अवधि के दौरान मछुआरों को गुजरात और उत्तरी कोंकण समुद्री तट से मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गयी है।
बंगाल की खाड़ी और बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों के ऊपर बना एक अऩ्य दबाव का क्षेत्र दक्षिण-पूर्व की ओर बढ़कर पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी और इससे सटे बंगलादेश के तटीय क्षेत्रों में आज (29 जुलाई, 2015) सुबह साढ़े पांच बजे चिटगोंग (बंगलादेश) के 160 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में 21.00 उत्तर अक्षांश और 91.00 पूर्व देशांतर पर केन्द्रित हो गया है। 30 जुलाई, 2015 को दोपहर से पहले यह उत्तर की तरफ बढ़ेगा और 90.50 पूर्व अक्षांश तथा 91.50 पूर्व देशांतर के बीच बंगलादेश तट को पार करेगा।
जिसके कारण, अगले 48 घंटे के दौरान पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्रों और ओडिशा में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
अगले 48 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल व उत्तर ओडिशा तटों पर 50-60 किमी प्रति घंटे की गति से तुफानी हवाएं चलने की संभावना है। इसी अवधि के दौरान बंगाल की उत्तरी-खाड़ी के आस-पास समुद्री क्षेत्र में स्थिती गंभीर से अति गंभीर बनी रहेगी। इस अवधि के दौरान मछुआरों को पश्चिम बंगाल और उत्तर ओडिशा तटों से मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गयी है।