नई दिल्ली: प्रधानमंत्री की वाराणसी यात्रा सुबह से ही भारी बारिश के कारण रद्द कर दी गई है। प्रधानमंत्री को आज वाराणसी में बीएचयू ने ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन करना था और बिजली मंत्रालय की प्रतिष्ठित ‘एकीकृत बिजली विकास योजना’ (आईपीडीएस) का शुभारंभ करना था। बिजली, कोयला एवं नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल ने आज दोपहर संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सुबह से ही लगातार बारिश की वजह से आम लोगों को होने वाली असुविधा को देखते हुए कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आईपीडीएस के शुभारंभ के लिए नई तारीख का फैसला शीघ्र ही मौसम विभाग के सुझाव के अनुसार कर लिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि ‘आईपीडीएस’ सभी राज्यों और केन्द्र प्रशासित क्षेत्रों में शहरी क्षेत्रों के लिए बिजली उप-पारेषण और वितरण नेटवर्क को मजबूत बनाने, फीडर्स/वितरण ट्रांसफर्मर/उपभोक्ताओं की 100 प्रतिशत मीटरिंग एवं वितरण क्षेत्र की आईटी सक्षमता को मजबूत बनाने की भारत सरकार के बिजली मंत्रालय की एक पहल है। भारत सरकार इस योजना के क्रियान्वयन के लिए कुल 45,800 करोड़ रुपए की बजटीय सहायता दे रही है।
अभी तक आईपीडीएस के तहत 247 शहरों से जुड़ी 3,268 करोड़ रुपए के बराबर की परियोजनाओं को मंजूरी दी जा चुकी है जिसमें से उत्तर प्रदेश के लिए 91 शहरों से जुड़े 23 मंडलों के लिए 1,067 करोड़ रुपए के बराबर की परियोजनाएं शामिल हैं। इसमें काशी क्षेत्र (8 किमी. X 2 किमी.) और शेष वाराणसी शहर के लिए 140 करोड़ रुपए शामिल हैं। श्री गोयल ने कहा कि इस परियोजना में केन्द्र का हिस्सा 60 प्रतिशत होगा, जबकि राज्यों का 10 प्रतिशत होगा। मंत्रालय की सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां 30 प्रतिशत ऋण देंगे। अगर राज्य भारत सरकार द्वारा निर्धारित विशेष नियमों का अनुपालन करेंगे तो केन्द्र सरकार का हिस्सा बढ़कर 75 प्रतिशत हो जाएगा। जम्मू एवं कश्मीर तथा पूर्वोत्तर राज्यों के मामले में केन्द्र का हिस्सा 90 फीसदी और राज्यों का 05 फीसदी तथा सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों का 05 फीसदी होगा।
1 comment