लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आवश्यक वस्तुएं बनाने वाली औद्योगिक इकाइयों के निर्बाध संचालन के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे है। इसके फलस्वरूप पिछले तीन दिनों से नोएडा तथा गाजियाबाद में लाॅक डाउन के कारण बंद पड़े मास्क व सेनिटाइजर बनाने वाले कारखाने चालू कराया जा रहा हैं। इसके अलावा लखनऊ एवं कानपुर मंे मास्क व सैनीटाइजर बनाने वाली इकाइयों को भी शुरू कराने के प्रयास किये जा रहे हैं। साथ ही आवश्यक वस्तुएं बनाने वाली इकाइयों की सुविधा के लिए एक हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किया गया है।
यह जानकारी प्रमख सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन, डा0 नवनीत सहगल ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से पूरे प्रदेश में लाकडाउन है। ऐसी परिस्थिति में लोगों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती है। उन्होंने बताया आमजन को आसानी से मेडिकल एवं अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध हो, इसके लिए लघु इकाइयों के निर्बाध संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इनमें दवायें, मास्क, सेनिटाइजर, खाने-पीने एवं आवश्यक वस्तुएं बनाने वाली इकाइयां प्रमुख रूप से शामिल है। इसके अलावा ब्रेड इत्यादि बनाने वाली इकाइयों को भी चालू रखने के प्रयास किये जा रहे है।
डा0 सहगल ने बताया कि नोएडा, गाजियाबाद, कानपुर और लखनऊ में बे्रड इत्यादि बनाने वाली इकाइयों को हर सम्भव सहायता उपलब्ध करायी जा रही है। लगभग 33 नये लाइसेंस आबकारी विभाग द्वारा जारी किये गये हैं, जिससे हैण्ड सेनिटाइजर बनाने का कार्य आरम्भ हो गया है या इकाइयों नेे अपनी क्षमता में वृद्धि कर ली है। उन्होंने बताया कि सभी जिलों के उपायुक्त, जिला उद्योग केन्द्र को निर्देश दिए गये हैं कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में संबंधित औद्योगिक इकाइयों से समन्वय करके जिलाधिकारी के माध्यम से उनके व उनके कर्मचारियों को समुचित पास इत्यादि जारी कराकर इन इकाइयों को चालू कराना सुनिश्चित करें, ताकि प्रदेश में दवाइयों की कमी न हो।
प्रमुख सचिव ने बताया कि उद्यमियों की सुविधा के लिए मुख्यालय पर एक कन्ट्रोल रूम स्थापित कराते हुए हेल्पलाइन नं0 9415467934 जारी कर दिया गया है। प्रदेश की किसी भी औद्योगिक इकाइयों को जिसके द्वारा आवश्यक वस्तुओं के उत्पादन का कार्य किया जा रहा है, वह इस नम्बर पर सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं। उन्हें यथा समय हर सम्भव मदद दी जायेगी।