लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि नहरो की सिल्ट सफाई का कार्य टेल से प्रारम्भ कराया जाये। उन्होंने कहा कि सिल्ट सफाई कराने से पूर्व एवं बाद की स्थिति की द्रोण कमरे द्वारा वीडियों रिकार्डिंग कराना हर-हाल में सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि 15 अक्टूबर से 15 दिसम्बर तक एक सुनियोजित तरीके से सिल्ट सफाई करायी जायें। श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनप्रतिनिधियों एवं जिलाधिकारी की उपस्थित में नहरो की सिल्ट सफाई करायें। सिंचाई मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सिल्ट सफाई का भुगतान किसी भी दशा में कार्य के सत्यापन से पहले न किया जाये। उन्होंने कहा कि नहरों के अन्दर पेड़-पौधे एवं जलकुम्भी आदि किसी भी कीमत पर न रहे ताकि पानी बिना किसी रूकावट के खेतों तक पहुंचे। श्री सिंह ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता में किसान है इसलिए किसानों को सिंचाई हेतु पानी में किसी भी प्रकार की बाधा न उत्पन्न हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि प्रत्येक जिले के 05 कुलाबो की जांच करके सत्यापन की रिपोर्ट भेजें, ताकि वास्तविक स्थित का पता लग सकें कि किसानों के खेत तक पानी पहुंच रहा है।
श्री धर्मपाल सिंह आज अपने कार्यालय कक्ष में विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए उपरोक्त निर्देश दिये। श्री सिंह ने प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग श्री टी0 वेंकटेश को निर्देश दिये कि शासन स्तर से प्रत्येक जिले का एक जांच अधिकारी नियुक्त किया जायें जो लगातार जिलों में कराये जा रहे सिल्ट सफाई का निरीक्षण करते रहे और शासन को भी प्रगति से अवगत करायें। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं भी कुछ जिलो का आकस्मिक निरीक्षण करके सिल्ट सफाई का सत्यापन करूंगा। श्री सिंह ने कहा कि जिलाधिकारी से समन्वय बनाकर मनरेगा द्वारा भी सिल्ट सफाई कराया जाये। सिंचाई मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सिल्ट सफाई की डाक्यूमेंटरी अवश्य बनाये ताकि शिकायत आने पर दिखाया जा सके। उन्होंने कहा कि एक हेल्पलाइन नम्बर विभाग द्वारा स्थापित किये जायें जिस पर किसान भी अपनी शिकायतों को दर्ज करा सकें।
सिंचाई मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि 30 नवम्बर तक विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार सड़कों को गढ्ढ़ामुक्त किया जायें। उन्होंने निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष मण्डलावार, संगठनवार, खण्डवार तत्काल धनराशि आवंटित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये ताकि तेजी से सड़कों के गढ्ढ़ामुक्त कार्यों को सम्पन्न कराया जा सके।
बैठक में प्रमुख सचिव सिंचाई श्री टी0वेंकटेश, सचिव श्री राजमणि यादव, विशेष सचिव श्री सुरेन्द्र विक्रम सिंह, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष श्री ए0के0 सिंह तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।