नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने आज यहां राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनएलईपी) की स्थिति और संशोधित राष्ट्रीय तपेदिक नियंत्रण कार्यक्रम (आरएनटीसीपी) के तहत हुई प्रगति की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में अपर सचिव (स्वास्थ्य) श्री संजीव कुमार, अपर सचिव और प्रबंध निदेशक श्री मनोज झालानी तथा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान श्री नड्डा ने जिला स्तर पर कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए रोग, इसके प्रसार और निगरानी के पहलुओं पर व्यापक रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ऐसे क्षेत्रों में नए उपाय करें, जहां बड़ी संख्या में लोग इस रोग से पीड़ित हैं। वे राज्यों में कुष्ठ रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रभावी अभियान भी चलाएं।
तपेदिक नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए श्री नड्डा ने सभी हितधारकों से आग्रह किया कि वे 2025 तक भारत को तपेदिक मुक्त बनाने के लिए प्रभावी रणनीति तैयार करने हेतू एकजुट हों। उन्होंने कहा कि समुदायों में जागरूकता फैलाने की अत्यंत आवश्यकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि विभिन्न राज्यों में टीबी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए तपेदिक से निजात पाए ‘टीबी चैम्पियंस’ की पहचान की जा सकती है। टीबी के निवारण के लिए नवीन तरीकों को अपनाया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि रोग की स्थिति और इससे निपटने की तैयारी का आंकलन करने तथा राज्य स्वास्थ्य प्राधिकारियों को तकनीकी दिशा-निर्देश देने के लिए वे विभिन्न राज्यों का नियमित निरीक्षण दौरा करें।