लखनऊ: उच्च शिक्षा विभाग के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों के ‘‘राष्ट्रीय सेवा योजना’’ के 312 कार्यक्रम अधिकारियों को दूरभाष व विडियो काउंसलिंग के लिये प्रशिक्षित किया गया है। ‘‘राष्ट्रीय सेवा योजना’’ महामारी के इस संकट काल में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कार्यक्रम समन्वयकों द्वारा प्रत्येक जिले से पाॅच ऐसे कार्यक्रम अधिकारियों का चयन किया गया है, जो स्वयं इस संकट काल में काम करने के लिये तत्पर हैं।
राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष कार्याधिकारी एवं राज्य समन्वयक श्री अंशुमालि शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना की राज्य इकाई द्वारा यूनिसेफ के साथ मिलकर कार्यक्रम समन्वयकों तथा कार्यक्रम अधिकारियों का सामाजिक एवं मनोविज्ञानिक मुद्दांे पर लाॅकडाउन के दौरान आनलाइन प्रशिक्षण कार्य कराया गया है। लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रांेफेसर ने मानसिक स्वास्थ्य तथा अन्य विषय विशेषज्ञों ने सामाजिक, मनोवैज्ञानिक मामलों पर प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण के उपरान्त सभी 312 प्रशिक्षित कार्यक्रम अधिकारियों के नाम तथा मोबाइल नम्बर प्रचारित प्रसारित किये गये हैं। अब तक पूरे प्रदेश में लगभग 2000 विद्यार्थियों ने इन काउंसलर से अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त किया है और नियमित रूप से उनको मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। राष्ट्रीय सेवा योजना सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहा हैं। स्वयंसेवक जिलाप्रशासन के साथ मिलकर गरीबों एवं प्रवासी मजदूरों को खाद्यान्न पहँुचा रहे है। सुरक्षा की दृष्टि से घर में मास्क बनाकर वितरण किये जा रहे हंै, लगभग 1 लाख मास्क वितरित किये जा चुके हंै। झांसी, अलीगढ़, शामली, सीतापुर आदि जनपदों में स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर लोगों के घरों तक जरूरत की वस्तुये पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है।
श्री अंशुमालि शर्मा ने बताया कि मुस्कुरायेगा इंण्डिया पहल के प्रतीक चिन्ह में दर्शया गया है कि एन.एस.एस की दृष्टि सभी विद्यार्थियों पर है, जो एन0एस0एस0 तक नही पहुँच पायेगा। हमारे काउंसलर उस तक पहुँच कर उसके जीवन में सकारात्मकता लाकर मुस्कुराहट भर देगें। उच्च शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है कि राष्ट्रीय सेवा योजना की इस पहल को कोरोना के अपातकाल के बाद भी विद्यार्थियों से जुडे़ रह कर जारी रखेंगा।