नई दिल्ली: कोविड – 19 के कारण लोजिस्टिक और अन्य चुनौतियों के बावजूद, रसायन और उर्वरक मंत्रालय के रसायन और पेट्रोरसायन विभाग के अधीन एक सार्वजनिक उपक्रम एचआईएल (इंडिया) लिमिटेड, देश में किसान समुदाय को कीटनाशकों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है। उपक्रम को अफ्रीकी देशों से डीडीटी के बड़े निर्यात-आदेश मिलने की सम्भावना है।
आने वाले महीनों में क्षेत्र में मलेरिया के मामलों में वृद्धि के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी चेतावनी के मद्देनजर एचआईएल ने डीडीटी की आपूर्ति के लिए दक्षिणी अफ्रीकी विकास समुदाय (एसएडीसी) के 10 सदस्यों को पत्र लिखा है।
लॉकडाउन की अवधि के दौरान 7 मई तक, एचआईएल ने डीडीटी टेक्निकल -120.40 एमटी, डीडीटी 50 प्रतिशत डबल्यूडीपी – 226.00 एमटी, मैलाथियान टेक्निकल – 85.00 एमटी, हिलगॉल्ड – 16.38 एमटी और फॉर्मूलेशन – 27.66 एमटी का उत्पादन किया ताकि किसान समुदाय को लॉकडाउन के दौरान समस्यायों का सामना नहीं करना पड़े। इसके अलावा टिड्डी नियंत्रण कार्यक्रम के लिए भी मैलाथियान टेक्निकल का उत्पादन किया जा रहा है। टिड्डी नियंत्रण कार्यक्रम के लिए राजस्थान और गुजरात के कृषि मंत्रालयों को भी मैलाथियान टेक्निकल की आपूर्ति की जा रही है। एनवीबीडीसीपी आपूर्ति आदेश के तहत डीडीटी 50 प्रतिशत डबल्यूडीपी को ओडिशा (30 एमटी) भेजा गया है।
एचआईएल की विनिर्माण इकाइयां मानक संचालन प्रक्रिया –एसओपी के अनुरूप सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए और न्यूनतम श्रमशक्ति के साथ चल रही हैं। इन सभी इकाइयों में स्वच्छता का स्तर बढ़ाया गया है। सभी कार्यस्थलों, संयंत्रों, कारखाने में प्रवेश करने वाले ट्रकों और बसों की निरंतर साफ़-सफाई (सैनिटेशन) की जा रही है।
पिछले सप्ताह के दौरान कंपनी की कुल बिक्री 278.82 लाख रु थी। इसमें कृषि-रसायनों, उर्वरकों और बीजों की बिक्री शामिल है। ऑनलाइन टेंडर की प्रोसेसिंग और खरीद गतिविधियों को भी पूरा किया जा रहा है।