देहरादून: देहरादून में पहली बार तीन दिवसीय राष्ट्रीय जनसंपर्क समेलन का आयोजन हो रहा है। यह आयोजन पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर द्वारा आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में डॉ0 रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ सांसद हरिद्वार व विशिष्ट अतिथि के रूप में रमेश भट्ट मीडिया समन्वयक मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार, डॉ0 राजेन्द्र डोभाल निदेशक यूकॉस्ट व पीआरएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ0 अजीत पाठक ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। सनराईज स्कूल के बच्चों ने माँ गंगा के देवभूमि में अवतरित को एक सुन्दर प्रस्तुति के द्वारा समस्त लोंगो के बीच में प्रस्तुत किया। उन्होंने सभी को स्पर्श गंगा व नमामि गंगे का संदेश दिया।
पब्लिक रिलेशन सोसाईटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ0 अजित पाठक जी सम्मेलन में उपस्थित मुख्य अतिथ व विशिष्ट अतिथियों एवं अधिवेशन में 25 राज्यों से आये विशेषज्ञों का स्वागत किया। डॉ0 पाठक ने मुख्य अतिथि का आभार किया कि उन्होंने इस अधिवेशन की गरिमा बढ़ाई। उन्होंने कहा कि गंगा को स्वच्छ रखने की चेतना पूरे देश में फैल रही है। उन्होंने कहा कि पूरे देश मे संगठन के 25 चैप्टर के साथ 4 हजार से ज्यादा सदस्य जुड़े हुए हैं। यह संगठन के तरह के जनोपयोगी कार्यक्रमों को बढ़ावा देता है जिनमें मीडिया पारदर्शिता, राष्ट्रीय एकता, आतंकरोधी अभियान, मूल्य आधारित राजनैतिक संचार, सूचना का अधिकार, सबका साथ सबका विकास, स्वच्छ भारत मिशन व कैंसर के खिलाफ जागरूकता अभियान प्रमुख हैं।
मुख्य अतिथि श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ सांसद हरिद्वार ने अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि यह लोग वर्षों से योजना बनाते हैं कि हम देवभूमि उत्तराखण्ड जायेंगे चार धाम की यात्रा करेंगे। यह मौका पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के लोगों ने आपको दिया है उन्होंने सभी अतिथियों का देवभूमि में आने पर अभिनन्दन किया। डॉ0 निशंक ने सम्मेलन में कहा कि सम्मेलन की थीम हिमालय से गंगा : राष्ट्र का गौरव’ पब्लिक रिलेशन के प्रभाव से चुनौतियों को अवसर में बदलना काफी काबिले तारिफ है। हिमालय हमारे देश ही नहीं पूरे विश्व की रक्षा करता है और माता गंगा जो गो मूख से निकलती है वही भी देवभूमि में ही है। उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल, 2010 को महाकुम्भ में हरिद्वार में पूरे विश्व से एक करोड़ 66 लाख श्रद्धालुओं ने माँ गंगा में स्नान किया यह विश्व रिकार्ड है। हमारे राज्य में जड़ी बूटियों की कोई कमी नहीं है यहां पर्यटन के लिए भी उत्तम है। डॉ0 निशंक के कहा कि जनसंपर्क ही सेतू को जोड़ने का कार्य करती है और यह कार्य पीआरएसआई बखूबी कर रही है।
मुख्यमंत्री सलाहकार रमेश भट्ट ने भी विभिन्न राज्यों से आये प्रतिनिधियों का देवधरा में स्वागत किया। उन्होंने अध्यात्म के ऊपर अपने विचार रखें। उन्होंने बताया कि विवेकानंद जी हमारी देवभूमि में ही अध्यात्म के लिए आये, महात्मा गांधी भी यहां आये उन्हें महात्मा की उपाधि यही हरिद्वार में मिली। गंगा माँ केवल उत्तराखण्ड ही नहीं वरन् देश के 50 प्रतिशत भाग को छूती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड डैस्टीनेशन के लिए सबसे उपयुक्त स्थान है।
अधिवेशन की अध्यक्षता डॉ0 राजेन्द्र डोभाल जी ने किया। जिसमें होली गंगा द लाईफ लाईन ऑफ इंडिया विषय पर एचपी उनियाल सलाहकार प्लानिंग कमीशन उत्तराखण्ड सरकार, हिमालय रिजन प्राईड ऑफ नेशन विषय पर डॉ0 आरएस रावल डायेक्टर जीबी पंत नेशनल संस्थान ऑफ हिमालय इर्न्वामेंट अल्मोड़ा पर चर्चा की गयी।