देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने क्रिसमस को मानवता की भलाई व प्रेम का संदेश देने वाला पर्व बताया है। शनिवार को मसूरी रोड़ स्थित हिमालयन टाॅर्च वियेर्र संस्था द्वारा आयोजित क्रिसमस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सभी धर्मों के महापुरूषों ने हमें आपसी सद्भाव व भाईचारे का संदेश दिया है। क्रिसमस ऐसा पर्व है, जो हर व्यक्ति के मन में यह धारणा पैदा करता है कि वह एक-दूसरे से कितना अधिक प्यार कर सकता है। उन्होंने कहा कि हम सबको अपने महापुरूषों के संदेशों का बेहतर तरीके से पालन कर अच्छे समाज के निर्माण में योगदान देना चाहिए। हमें एक दूसरे में कमियां ढूंढने के बजाय उसकी अच्छाइयों पर ध्यान देना होगा। आज दुनिया में सब कुछ है किन्तु प्यार व शांति नही है। अवसर है लेकिन संतोष नही है। हमारा दिल छोटा नही बड़ा होना चाहिए, सोच बडी होनी चाहिए। हमारा संविधान सभी विश्वासों को आदर देने का कार्य करता है। सभी विश्वास उदारता की बात करते है। जिसमें जितनी उदारता व सौम्यता है, वह उतनी ही तरक्की करता है। हमारा सनातन धर्म भी हमारी आदतों में शुमार है, उसका आधार भी उदारता है। नदी के प्रवाह के समान उदारता को अपने स्वभाव का हिस्सा बनाकर ही हम आगे बढ सकते है। क्रिश्चनिजम ने अपने गुणों को दूसरों तक पहुंचाने का कार्य किया है। शिक्षा व समाज सेवा के क्षेत्र इसका बड़ा योगदान है। उन्होंने संस्था द्वारा बेसहारो की शिक्षा व समाज सेवा के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।
कार्यक्रम में नागा क्रिश्चियन फ्रेन्डशिप के सदस्यो ने ईशु प्रार्थना तथा स्कूल के नन्हें छात्रों द्वारा ईशामसीह के जीवन व क्रिसमस की कहानी पर आधारित नाटक का मंचन किया गया। संस्था के चेयरमैन एवं उत्तराखण्ड अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष सतीश जाॅन ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में उत्तराखण्ड अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा, पूर्व मुख्य सचिव एवं सेवा का अधिकार आयोग के अध्यक्ष आलोक जैन, पूर्व दायित्व धारी विवेकानन्द खण्डूडी, पूर्व प्रमुख सचिव एस.के.मट्टू, पूर्व पुलिस महानिदेशक एस.के.बंसल, अमेरिकी नागरिक क्रिसथाॅमस सहित बडी संख्या में क्रिश्चियन समाज के लोग, छात्र-छात्रायें व अभिभावक गण उपस्थित थे।