देहरादून: हिमालय दर्शन के लिए हेलिकॉप्टर सेवा की शुरुआत के तीसरे हफ्ते में ही पर्यटकों की संख्या में आई भारी गिरावट देखने को मिली है। इससे लगता है कि हेलिकॉप्टर से हिमालय की सैर करने को लेकर पर्यटकों का रुझान कम हो रहा है। 7 फरवरी को शुरू हुई हिमालय दर्शन योजना में नागरिक उड्डयन विभाग एक यात्री से 5 हजार रुपए लेकर हिमालय की सैर करा रहा है। लेकिन अब तक महज 65 पर्यटकों ने ही हिमालय की सैर की है। हालांकि, नागरिक उड्डयन विभाग पिछले दिनों मौसम की खराबी को भी एक बड़ी वजह बता रहा है।
हफ्ते में शनिवार और रविवार को हेलिकॉप्टर से हिमालय के दर्शन कराने की इस योजना के पहले दिन स्कूली बच्चों को फ्री में 3 हेलिकॉप्टर उड़ाकर हिमालय की सैर कराई गई थी। अगले दिन 8 फरवरी से ही 45 मिनट की उड़ान के 5 हजार और डेढ़ घंटे की उड़ान के 10 हजार रुपए की कीमत से पर्यटकों को हिमालय की सैर कराई जा रही है।
अबतक इस योजना के तहत 65 पर्यटकों को ही हिमालय की सैर कराई गई है। बीते शनिवार को महज 8 पर्यटक ही हिमालय की सैर करने के लिए सहस्रधारा हेलीपैड पर पहुंचे, लेकिन केवल पांच को ही हिमालय की सैर कराई जा सकी। बाकी को वापिस भेज दिया गया। क्योंकि एक फेरे में हेलिकॉप्टर 5 पांच यात्री ही ले जा सकता है और पांच से कम यात्री ले जाने पर सरकार को नुकसान उठाना पड़ेगा।
नागरिक उड्डयन विभाग के अफसरों का कहना है कि योजना की शुरुआत के दो सप्ताह में काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था, लेकिन पिछले दिनों मौसम खराब होने से हालात में बदलाव आया है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के वित्त एवं प्रशासनिक सलाहकर रमेश चंद्र अग्रवाल कहते हैं कि योजना का उद्देश्य राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना है और उम्मीद है कि धीरे-धीरे इस योजना की तरफ लोगों का रुझान बढ़ेगा।
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