लेटीबुंगा: विकास खण्ड धारी के हिमगिरी स्टेडियम लेटीबुंगा में प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वैदिक मंत्रो के बीच 28 करोड 44 लाख की 18 विभिन्न विकास कार्यो का लोकापर्ण/शिलान्यास किया। श्री रावत द्वारा बेतालघाट में तल्ला रामगढ रातीघाट मोटर मार्ग की लागत 230.50 लाख,लक्ष्मीखान तल्ला रामगढ-नथुवाखान-प्यूडा क्वारब मोटर मार्ग की लागत 1585.30 लाख,खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय भवन धारी लागत 23.45 लाख,रा.क.इ. कालेज रामगढ में दो कक्षा-कक्ष का निमार्ण के लोकापर्ण मे लागत 23.35 लाख, जाल पोखरा से अनर्पा सीमा तक 1000 मी.सीसी लागत 40.00 लाख,रा.एलोपैथिक चिकित्सालय सुन्दरखाल लागत 70.00 लाख,उप स्वास्थ्य केन्द्र सिरौली लागत 31.10 लाख की योजनाओं का लोकापर्ण किया गया।
इसके अतिरिक्त श्री रावत द्वारा तल्ला रामगढ झूतिया मोटर मार्ग निमार्ण पर 144.90 लाख,बिछखाली से पाथरी मोटर मार्ग पर 105.00 लाख,रामगढ में आवासीय भवन हेतु 30.86 लाख,रामगढ में अनावासीय भवन हेतु 114.84 लाख,महेलधार,अगासखान कामड तक सडक निर्माण हेतु 178.51 लाख,परवडा ग्राम सीसी मार्ग हेतु 35.00 लाख, रा.एलोपैथिक चिकिसालय मौना हेतु 83.00 लाख,धारी मिनी नलकूप हेतु 20.00 लाख, बसगांव मंे सिचाई टैक निमार्ण हेतु 25.00 लाख दुदली, अमदों व देवनगर सिचाई टैक हेतु 14.00 लाख एवं ओखलकांडा एवं भीमताल में नहरो के जीर्णाेद्वारा हेतु 88.50 लाख की योजनाआंे का शिलान्यास किया।
जनसभा को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री श्री रावत ने खनस्यू को तहसील व रामगढ को उप तहसील के साथ ही भीमताल नगर पंचायत को नगर पालिका, लोस्याली पेयजल लिफ्ट योजना निमार्ण, भीमताल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का नाम मोतीराम के नाम पर रखने, भीमताल क्षेत्र के दो स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने, जौनपोखरा अनर्ता सडक निमार्ण, थापली मोटर मार्ग विस्तारीकरण, ढोलीगांव मंे आईटीआई, ओखलकांडा में डिग्री कालेज खोले जाने, स्यूरा-काॅन्ता-हरीशताल सडक निर्माण, भौर्सा मे उप स्वास्थ्य केन्द्र, नाइ, भुम्का, धानाचुली, अघरिया मोटर मार्ग निमार्ण, चापड अनुसूचित जाति हेतु खुजेठी भौन्दरा सडक निमार्ण, ल्वाड-गौनियारो में एक किमी सडक निमार्ण के साथ ही टांडी में आईटीआई का नाम स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी स्व0 डुगरसिह विष्ट के नाम पर रखने की घोषणा की। इसके अलावा उन्होने कहा कि विधानसभा भीमताल क्षेत्र के अन्तर्गत 25 किमी नई सडकें बनाये जाने की घोषणा भी की।
श्री रावत ने कहा कि प्रदेश में इस वक्त 700 किमी0 नई सडकों का निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को 25 हजार सीडमनी के रूप में दी जायेगी साथ ही महिला मंगल दलों को भी पांच हजार की धनराशि उनके खातों में जमा कराने के आदेश जिलाधिकारियो को दे दिये गये है, साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहो द्वारा उत्पादित सामग्री का विपणन हेतु जिलाधिकारियों द्वारा साप्ताहिक हाट बाजारों का आयोजन किया जायेगा, साथ ही गा्रमीण महिलाओ द्वारा उत्पादित वस्तुओ को स्थानीय बाजार मिल सके। पहाडी क्षेत्रो में ईको टूरिज्म, हस्तशिल्प,जैविक खेती, फल,दालें आदि उत्पादन कर आत्मनिर्भर बनाकर पलायन को रोके जाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में लगभग भूमिहीनो को े भूमिधरी अधिकार दिये जाने की कार्यवाही गतिमान है। प्रदेश में 500 माॅडल विद्यालय विकसित कियेे जा रहे है तथा सभी विद्यालयों, डिग्री कालेजों, आईटीआई में प्रधानाचार्योे की तैनाती शीघ्र की जायेगी। प्रदेश में लगभग 8 लाख गरीब पात्र लोगों को समाज कल्याण द्वारा पेंशन दी जा रही है, पेंशन धनराशि 800 रूपये से बढाकर 1000 रूपये कर दी गयी हैै। उत्राखण्ड पहला प्रदेश है जहा पर पंेशन धनराशि सर्वाधिक है। उन्होने कहा उत्तराखण्ड के और अधिक विकास के लिए वित्तीय संसाधन जुटाये जा रहे है। जिससे सभी वर्गो का विकास होगा जिससे प्रदेश की खुशहाली में बढोत्तरी होगी। उन्होने कहा कि विकास हमारी परम्परा व संस्कृति है। आवश्कताओं एव जनभावनाओं के अनुसार विकास कार्यो को सरकार धरातल पर उतार रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश सरकार काश्तकारों के आर्थिक विकास के लिए पहाडी अनाजों के साथ ही फल,दालहन तथा सब्जियों का वृहद स्तर पर उत्पादन के लिए प्रोत्साहित कर रही है। सरकार किसानो के उत्पादों की ब्रिकी के लिए अपने स्तर से व्यवस्था करेगी। सरकार की कोशिश होगी कि काश्तकारो ंकी उपज उनके दरवाजे से ही खदीद की जाए। उन्होने कहा कि प्रदेश के सभी विधवा, विकलांग, वृद्धावस्था पेंशन दी जा रही है, वही किसानों, जगरिये-डगरिये तथा शगुन आंखर गाने वालों को भी पेंशन दिये जाने के लिए चिन्हित किया जा रहा है। हमारा प्र्रयास है कि प्रदेश के दूर छोर तक बैठे हर व्यक्ति को विकास की किरण की रोशनी मिल सके। उन्होने कहा कि विकास हमारी परम्परा है। हम जन आकांक्षाओं के अनुरूप विकास कार्य करने मे विश्वास रखते है। उन्होेने कहा उत्तराखण्ड में पलायन को रोकने हेतु सभी को स्वरोजगार से जोडने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होने जनता से आह्वान किया कि वे छोटे-छोटे उद्योग लगाकर स्वरोजगार अपनाये व रोजगार का सृजन भी करें। इसके लिए सरकार द्वारा तकनीकी शिक्षा के साथ ही कौशल विकास योजना के अन्तर्गत विभिन्न प्रकार की प्रशिक्षण आयोजित किये जा रहे है। प्रशिक्षण उपरान्त बैकों द्वारा उन्हे स्वरोजगार हेतु ऋण भी उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होने कहा समाज कल्याण विभाग अनेक जनकल्याणकारी योजनायें चला रहा है। सभी को पात्र लोगो को पेंशन अनिवार्य रूप से दी जा रही है। उन्होने कहा हमारा नारा है कि हर घर परिवार आर्थिक रूप से मजबूत हो। उन्होने कहा कि जन समस्याओं के निराकरण के साथ ही सरकार का पूरा ध्यान सडक, बिजली, पानी, शिक्षा एवं जन स्वास्थ्य जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को युद्ध स्तर पर पूरा करने पर है। आज प्रदेश में सडकों के जाल के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी एंव विद्यालयो के उच्चीकरण का कार्य तेजी से हो रहा है।
अपने सम्बोधन में सिचाई एवं राजस्व मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि वित्तीय संसाधनों का अभाव होने के बाद भी प्रदेश सरकार विकास कार्यो को गति दे रही है। क्षेत्र के सभी विकास कार्य प्राथमिकता से पूरे हो इसके लिए पूरजोर प्रयास किये जा रहे है। उन्होने सलीयाकोट-अर्नता सडक निर्माण के साथ ही गोनियारो से ढोलीगंाव तक संचार व्यवस्था कराने का अनुरोध मुख्यमंत्री से किया।