देहरादून: भारतीय लोकतंत्र में हिन्दी पत्रकारिता का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हिन्दी पत्रकारिता दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि लोकतंत्र के चतुर्थ स्तम्भ पत्रकारिता ने देश की राजनीति के साथ ही आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक आदि विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।
वैश्विकरण व सूचना प्रौद्योगिकी के दौर में भी हिन्दी पत्रकारिता पीछे नहीं रही है। देश व समाज पर इसका बहुआयामी प्रभाव देखा जा सकता है। उत्तराखण्ड में हिन्दी पत्रकारिता का स्वर्णिम इतिहास रहा है और यहां के पत्रकारों ने आजादी के आन्दोलन से लेकर उत्तराखण्ड राज्य प्राप्ति आन्दोलन में भी अपनी लेखनी से जनजागरण का महान कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर शुभकामना देते हुए कहा कि पत्रकारों पर जहां अपनी लेखनी के माध्यम से शासन के समक्ष जनसरोकारों से जुड़ी समस्याओं को रखने का महत्वपूर्ण दायित्व है, वहीं अपनी विश्वसनीयता को बनाए रखने की भी चुनौती है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि हिन्दी पत्रकारिता 21वीं सदी की चुनौतियों का बखूबी सामना करेगी, विशेषकर राष्ट्र को महाशक्ति के रूप में प्रतिष्ठित करने में पत्रकार महत्वपूर्ण योगदान करेंगे।
हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर सोमवार, दिनांक 30 मई, 2016 को सूचना विभाग द्वारा ’’स्व. रामप्रसाद बहुगुणा स्मृति पुरस्कार’’ कार्यक्रम मुख्यमंत्री आवास न्यू कैंट रोड में अपराह्न 4.30 बजे आयोजित किया गया है।