हल्द्वानी/देहरादून: हिन्दुस्तान समाचार पत्र द्वारा वाटिका में आयोजित हिन्दुस्तान उत्तराखण्ड समागम कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हिन्दुस्तान समाचार पत्र एक ब्रान्ड है। राष्ट्रीय पटल पर हमारी आवाज बनेगा हिन्दुस्तान यह हमारी आकांक्षा है। हमें आशावादी होकर एकजुटता के साथ दलगत राजनीति से उठकर प्रदेश के विकास में सहभागिता निभानी होगी। चैथा स्तम्भ भी मजबूती से आगे आया है, तरक्की में सहयोगी भी बना है।
उन्होंने कहा प्रदेश में प्रतिभा की कमी नही है। इस क्षेत्र के लोगो ने देश विदेश मे नये आयाम स्थापित किये है। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने 15 सालों मे प्रगति के नये आयाम छुए है। लेकिन चुनौतियां अभी बहुत है। प्रदेश में विकास की अपार सम्भावनायें है। विगत समय आयी आपदा के कारण विकास मे बाधा जरूर आयी है, लेकिन हम प्रदेश की तरक्की में फिर से तेजी से कदम बढाने लगे है। प्रदेश तरक्की मे देश मे छठे स्थान पर खडा है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आपदा के बाद हमने अपने सभी चारों धामो को फिर से विकसित कर उन्हें भव्य स्वरूप प्रदान किया है। जिसका परिणाम है कि चारधाम यात्रा सीजन मे लगभग 10 लाख श्रद्वालुओ एवं पर्यटको ने अपनी आमद दर्ज करायी है। इससे यह संदेश है कि उत्तराखण्ड विकसित एवं सुरक्षित है। उन्हांेने कहा कि प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय बढी है और प्रदेश प्रतिव्यक्ति आय में देश में दूसरे स्थान पर है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता एवं पलायन रोकने हेतु पर्वतीय क्षेत्रो में कृषि को बढावा देने के प्रयास किये जा रहे है। शिल्प को पुर्नजीवित करना होेगा। उन्हांेने कहा उत्तराखण्ड शिक्षा का हब है जिसमें 95 डिग्री कालेज, 08 इंजीनियरिंग कालेज, 08 नर्सिग कालेज, 05 विश्वविद्यालय तथा 04 मेडिकल कालेज कार्यरत है।
समागम में बोलते हुये सांसद भगत सिह कोश्यारी ने कहा कि उत्तराखण्ड मे चहुमुखी विकास हुआ है। उन्हांेने कहा हम सभी को मिलकर प्रदेश के विकास मे कदम से कदम मिलाकर चलना होगा। ताकि उत्तराखण्ड को विकसित एवं सशक्त राज्य के रूप मे विशिष्ट पहचान मिल सके। इस सबके लिए हम सभी को सामुहिक प्रयास करने की आवश्यकता है।
सांसद डा0 रमेश पोखरियाल ’निशंक’ ने प्रदेश के 15 सालो के विकास के आंकडे प्रस्तुत करते हुये कहा कि प्रदेश के प्रतिव्यक्ति की आय में आशातीत वृद्वि हुयी है तथा ढांचागत विकास भी हुआ है। डा0 निशंक ने चिकित्सा, शिक्षा, विद्युत, बागवानी, कृषि, उद्योग आदि क्षेत्रो ंमे हुई प्रगति का तथ्यात्मक विवरण प्रस्तुत किया।