भारतीय वायुसेना की अफसर फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ फायटर एयरक्राफ्ट में दिन में ट्रेनिंग का मिशन पूरा करने वाली पहली महिला पायलट बन गई हैं। बुधवार को भावना ने फायटर जेट मिग-21 पर अपना ऑपरेशन पूरा किया। भावना ने फायटर स्कॉर्डन को नवंबर 2017 में ज्वाइन किया था। मार्च 2018 में वो मिग-21 बिशोन उड़ा चुकी हैं।
दिन में किसी भी चुनौती के लिए तैयार भावना फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कांत की ट्रेनिंग के इस चरण के पूरे होने के बाद वह अब दिन के वक्त किसी भी चुनौती के लिए तैयार हैं। वो जंग के वक्त भी अब फायटर प्लेन उड़ा सकती हैं। अभी उनकी रात के वक्त फाइटर पायलट के तौर पर ट्रेनिंग बाकी है जिसके बाद वह पूरी तरह से ऑपरेशनल होंगी यानी दिन हो या रात किसी भी वक्त युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार होंगी।
3-स्क्वॉर्डन का हिस्सा हैं भावना दिन के वक्त लड़ाकू विमान के साथ युद्ध लड़ने की ट्रेनिंग पूरी होती है। जिसके बाद फाइटर पायलट को डे ऑप्स यानी दिन के वक्त ऑपरेशनल होने की इजाजत मिल जाती है। भावना कांत की यह ट्रेनिंग पूरी हो गई है। फ्लाइट लेफ्टिनंट भावना कांत राजस्थान के पास नाल में एयरफोर्स के फ्रंट लाइन बेस में हैं और 3-स्क्वॉर्डन का हिस्सा हैं। वह मिग-21 बाइसन फाइटर पायलट हैं। अभी फ्लाइट लेफ्टिनेंट अवनि चतुर्वेदी और मोहना सिंह की ट्रेनिंग चल रही है। हालांकि अवनि चतुर्वेदी अकेले लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बनी थी। जिसके बाद भावना कांत ने अकेले लड़ाकू विमान उड़ाया।
बिहार के दरभंगा की हैं भावना बिहार के दरभंगा की रहने वाली भावना कंठ ने कहा कि बचपन से ही उनका सपना एक आसमान में उड़ने का था और उसी के कारण उन्होंने भारतीय वायु सेना में भर्ती होने का फैसला लिया। भावना के पिता इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में इंजीनियर हैं। बेगुसराय के बरौनी रिफाइनरी के डीएवी पब्लिक स्कूल से पढ़ाई करने के बाद भावना ने बीएमएस कॉलेज, बेंगलौर से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। Source onetnsdia.com