चंडीगढ़: हरियाणा के रोहतक स्थित स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में एचआईवी पॉजीटिव महिला को भर्ती करने से इंकार करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं. हालांकि, मामले में अस्पताल प्रबंधन ने इन आरोपों को बकवास करार दिया है. सोनीपत की रहने वाली महिला की अस्पताल में बुधवार को मौत हो गयी थी. इससे कुछ ही दिन पहले, जिला बाल कल्याण समिति और सामाजिक संगठनो के हस्तक्षेप के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था .
विज ने संवाददाताओं को बताया,‘‘मैने मामले में जांच के आदेश दिये हैं. घटना की जांच की जाएगी और उसके बाद ही इस संबंध में कार्रवाई होगी.’’खबरों में कहा गया है कि महिला अस्पताल के आपातकालीन वार्ड के बाहर एचआईवी पॉजीटिव पति और दो बच्चों के साथ दस जुलाई से बैठी थी. दोनों बच्चों में से भी एक एचआईवी पॉजीटिव है. 14 जुलाई को पति की मौत हो गयी.
महिला को अगले आठ दिनों तक कथित रूप से अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया. इसके बावजूद वह वहां बैठी रही. आखिरकार, 22 जुलाई को महिला को भर्ती कराया गया. दूसरी ओर संस्थान के निदेशक नित्या नंद ने हालांकि उन आरोपों को खारिज कर दिया है जिसमें यह कहा गया है कि महिला को भर्ती कराने में किसी प्रकार की देरी हुई है. (इनपुट-भाषा)