लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ श्री नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग का कार्य करते हुए, टेस्टिंग की क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,00,751 सैम्पल की जांच की गयी, जिसमें 01 लाख से अधिक जांच आरटीपीसीआर के माध्यम से तथा 20 हजार जांच निजी प्रयोगशाला के माध्यम से की गयी है। प्रदेश में अब तक कुल 3,84,67,016 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 28,287 नये मामले आये है। प्रदेश में 2,08,523 कोरोना के एक्टिव मामले में से 1,06,843 लोग होम आइसोलेशन में, निजी चिकित्सालयों में 4,100 लोग तथा शेष मरीज सरकारी चिकित्सालयों में इलाज भी करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 6,61,311 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,12,968 क्षेत्रों में 5,46,085 टीम दिवस के माध्यम से 3,26,70,803 घरों के 15,80,78,134 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन चल रहा है। इसमें पात्र व्यक्ति अपना वैक्सीनेशन आवश्यक करवाये। उन्होंने लोगों से अपील की है कि 45 वर्ष से अधिक लोगों का कोविड वैक्सीनेशन कराने में सहयोग प्रदान करें। अब तक 91,25,397 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गयी तथा पहली डोज लेने वालों में से 16,16,822 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गयी हैं। इस प्रकार कुल 1,07,42,219 वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है।
श्री सहगल ने बताया कि कोविड प्रबंधन के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी प्रतिबद्धता के साथ टीम-11 के सदस्यों साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये हैं कि रेमेडेसिवर, जीवन रक्षक दवाओं तथा आॅक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों पर गैंगस्टर, एनएसए लगाया जायेगा। रेमेडेसिवर के 20000 वायल शीघ्र प्रदेश को प्राप्त होंगे। उन्होंने बताया कि ऐसे लोगों की सम्पत्ति जब्त की जायेगी। प्रदेश में रेमेडेसिवर की लगभग 01 लाख की सप्लाई के आदेश दिये गये हैं। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में ऑक्सीजन के उत्पादन करने वाले सभी औद्योगिक इकाइयों एवं एमएसएमई से सम्पर्क एवं समन्वय बनाकर ऑक्सीजन की आपूर्ति कराने के निर्देश दिये हैं। इसके अलावा छोटी-छोटी औद्योगिक इकाइयां भी अपने आस-पास के अस्पतालों में आॅक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करें, जिससे स्थानीय स्तर पर ही आॅक्सीजन की आपूर्ति निर्बाध रूप से हो सके। छोटी इकाइयां स्थानीय अस्पतालों में आॅक्सीजन उपलब्ध करायें जिससे ट्रांसपोटेशन का खर्च कम पड़ेगा। औद्योगिक इकाइयां आॅक्सीजन आपूर्ति चिकित्सकीय उपयोग के लिए करें। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आॅक्सीजन की कोई कमी नहीं है। लोगों से किसी प्रकार अफवाह में न आने को कहा गया है। कुछ लोग अफवाह फैलाकर कालाबाजारी का प्रयास कर रहे हैं। भारत सरकार द्वारा भी प्रदेश की आॅक्सीजन आवंटन को बढ़ा दिया गया है। उन्होंने बताया कि बिजली विभाग को आॅक्सीजन प्लांट में निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।
श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश पर लखनऊ के केजीएमयू में लगभग 4000 बेड का विस्तार किया जा रहा है। और बलरामपुर चिकित्सालय में 700 बेड के विस्तार में अब तक 300 बेड तैयार किये जा चुके हैं तथा अगले 24 घंटे में शेष 400 बेड तैयार हो जाएंगे। कई अन्य अस्पतालों को भी डेडिकेटेट कोविड अस्पताल में परिवर्तित किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री इस महत्वपूर्ण कार्य की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को मेडिकल किट के साथ एक सप्ताह की दवाइयां उपलब्ध करायी जाएंगी। उन्होंने बताया कि मास्क न लगाने वालों के खिलाफ और सख्ती की जायेगी। बिना मास्क के घर से निकलने वाले लोगों का चालान काटा जायेगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन को और अधिक सक्रिय करते हुए होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों से निरन्तर संवाद स्थापित करते हुए उनका हालचाल लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जनपदों में निजी प्रयोगशालाओं का पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए कहा गया है जिससे अधिक से अधिक लोगों का कोविड-19 टेस्ट किया जा सके। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से अतिप्रभावित जिलों में कोविड मरीजों के लिए बेड्स की मौजूदा संख्या को बढ़ाया जा रहा है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने हेतु सभी जनपदों में 800 क्वारन्टीन सेंटर का सुचारु संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रदेश के बाहर से आने वाले लोग लक्षणयुक्त तथा लक्षणविहीन लोगों को कोविड प्रोटोकाल का पालन कराया जा रहा है। क्वारन्टीन सेंटर में लोगों के ठहरने तथा भोजन आदि की समुचित व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाले श्रमिकों को पिछली बार की तरह इस बार भी मासिक धनराशि तथा भोजन की व्यवस्था करने के मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर कार्य शुरू कर दिया गया है। गत वर्ष की भांति ठेला, रेहड़ी, पटरी वालों का शीघ्र आंकलन करते हुए मासिक धनराशि व भोजन वितरण की तैयारी करें।
श्री सहगल ने बताया कि युवाओं के लिए प्रदेश में मिशन रोजगार चलाया जा रहा है। प्रदेश सरकार युवाओं को सरकारी नौकरी, रोजगार, स्वरोजगार, कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने की मुहिम चला रही है। प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड-19 के प्रोटोकल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद किये जाने हेतु 6000 क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि एक नई व्यवस्था के तहत कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्र खोलने की अनुमति दी गयी है। उन्होंने बताया कि किसान उत्पादक संगठन 150 केन्द्रों के माध्यम से संचालित किया जायेगा। उन्होंने जिलाधिकारियों के द्वारा कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्रों से जोड़कर गेहूं क्रय का कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। यह व्यवस्था प्रदेश में पहली बार हो रही है। 01 अप्रैल से 15 जून, 2021 तक गेहू खरीद का अभियान जारी रहेगा। गेहू क्रय अभियान में अब तक 3,67,400.18 लाख मी0 टन से अधिक गेहूं खरीदा गया है।
श्री सहगल ने लोगों से अपील है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे, सैनेटाइजर व हाथ साबुन से अवश्य धोते रहे। उन्होंने बताया कि संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अवश्य करें। अपने हाथ को साबुन-पानी से निरन्तर धोते रहें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने कहा कि घर के बड़े-बुजुर्गों का टीकाकरण अवश्य कराएं।