लखनऊ: देश में संविधान पर खतरा मंडरा रहा है। अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को खत्म करने की साजिश लगातार रची जा रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री राहुल गांधी जी संविधान को बचाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं पूरी कांग्रेस पार्टी देश भर में संविधान को बचाने के लिए आवाज उठा रही है। सिर्फ वोट बैंक मानने वाले लोग आज दलितों, पिछड़ों के हक में आवाज उठाने के बजाए चुप्पी साधे हैं, दलितों पिछड़ों के हक और हकूक के लिए और संविधान की रक्षा के लिए उ0प्र0 में कांग्रेस पार्टी प्रदेश के सभी जिलों में ‘‘संविधान बचाओ संकल्प सभा’’ का आयोजन कर रही है। सभी लोगों को एकजुट होकर कांग्रेस पार्टी के साथ आगे आना होगा। उक्त उद्गार उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री बृजलाल खाबरी पूर्व सांसद ने मुख्य अतिथि के रूप में आगरा के संतकबीर आश्रम में ‘‘वृहद स्तर पर आयोजित जाटव समाज के बुद्धिजीवी सम्मेलन’’ में व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता उ0प्र0 सरकार के पूर्व मंत्री श्री जी0पी0 पुष्कर एवं संचालन श्री बच्चन सिंह ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर मार्ल्यापण से हुई। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री बृजलाल खाबरी जी को अंग्रवस्त्र एवं शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आजाद पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर के सवाल पर कहा कि भाजपा के खिलाफ जो भी आवाज उठाता है उसे फर्जी मुकदमें में जेल भेज दिया जाता है या अन्य तरीके से प्रताड़ित किया जाता है लेकिन क्या कारण है कि चन्द्रशेखर जो भाजपा के खिलाफ इतना कुछ बोलते हैं उनके खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं होता है यह रिश्ता क्या कहलाता है?
जाटव समाज के इस बुद्धिजीवी सम्मेलन में जाटव समाज के प्रतिनिधियों ने जोर देकर कहा कि बहुजन समाज पार्टी संविधान और समाज की रक्षा करने में पूरी तरह असफल है। बसपा मुखिया अब तो दलितों पर होने वाले अत्याचारों पर भी मौन रहती हैं। वक्ताओं ने एक सुर में कहा कि समाज का नुकसान हो रहा है संविधान को कौन बचाने वाला है इस पर काफी चिन्तन मंथन के उपरान्त वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर द्वारा लिखित संविधान, लोकतंत्र एवं समाज की रक्षा केवल श्री राहुल गांधी जी एवं कांग्रेस पार्टी ही करती दिख रही है। ऐसे में दलित समाज को पूरी ताकत के साथ कांग्रेस से जुड़ने की जरूरत है।
जाटव बुद्धिजीवी सम्मेलन में मुख्य रूप से पूर्व सदस्य विधान परिषद श्री धर्म प्रकाश भारती, श्री प्रताप सिंह आजाद, डा0 राम शरण राकेश, श्री बांकेलाल चौधरी, श्री प्रताप सिंह कौशल, श्री ईश्वर चन्द्र, श्री जय किशन, श्री राजेन्द्र प्रसाद, इंजी. आर.एस. मौर्या, श्री रामदत्त दिवाकर, श्री लक्ष्मी नारायण सिंह, श्री भरत लाल, बाबा चरन दास, श्री कैलाश चन्द्र स्वरूप, श्री अशोक कुमार गौतम, श्री रामवीर सिंह, श्री जगमोहन सिंह, श्री मिक्की लाल, श्री बी0आर0 कर्दम, श्री राजेन्द्र प्रसाद सहित हजारों की संख्या में जाटव समाज के लोग मौजूद रहे।