देहरादून: हनीवेल सेफ स्कूल प्रोग्राम के तहत सीड्स (सस्टेनेबल एन्वायरमेंट एंड इकोलॉजिकल डवलपमेंट सोसायटी) ने हसनपुरा, देहरादून के आँलीवाला समुदाय के साथ एक वृक्षारोपण अभियान आयोजित किया। इस वृक्षारोपण अभियान में भविष्य में बेहतर पर्यावरण के लिए वृक्षारोपण तथा वृक्षों को बचाने के महत्व पर प्रकाश डाला गया। यह काम रोचक गतिविधियों जैसे बकेट मॉडल प्रदर्शन एवं चिपको अभियान द्वारा किया गया, जिसमें विद्यार्थियों, माता-पिता एवं टीचर्स सहित समुदाय के 135 सदस्यों ने अत्यधिक जोश व उत्साह के साथ हिस्सा लिया।
बकेट मॉडल में छेद वाली दो बाल्टियां प्रदर्शित की गईं, एक में मिट्टी भरी गई और दूसरी में मिट्टी के साथ एक पौधा लगाया गया। इसके बाद दोनों बाल्टियों में पानी भर दिया गया, जिससे प्रदर्शित हुआ कि पौधा और मिट्टी एक दूसरे से चिपक जाते हैं और पौधे की जड़ें मिट्टी को कटने से बचाती है, जबकि केवल मिट्टी से भरी बाल्टी में पानी मिट्टी को बहा ले जाता है। इस गतिविधि का दूसरा आकर्षण चिपको अभियान था, जिसमें हनीवेल के कार्यकर्ताओं ने पेड़ पर हमला करने और उसे बचाने का प्रदर्शन किया। दोनों पक्षों के बीच एक वार्ता का प्रदर्शन किया गया कि पेड़ों को बचाने से किस प्रकार पर्यावरण सुरक्षित हो सकता है।
हनीवेल सेफ स्कूल्स प्रोग्राम के बारे में–
हनीवेल सेफ स्कूल्स स्कूल की सुरक्षा का अग्रणी कार्यक्रम है जिसमें जोखिम को कम करने के लिए टेलर-मेड समाधानों के साथ बच्चों की सुरक्षा पर सबसे पहले ध्यान केंद्रित किया गया है। इसमें बच्चों का सशक्तीकरण किया गया है ताकि वे परिवर्तन ला सकें। साथ ही बच्चे समुदाय के लोगों को इसके लिए तैयार कर सकें। कार्यक्रम को वित्तीय मदद हनीवेल इंडिया से मिलती है और इसे सीड्स इंडिया ने लागू किया है। इस कार्यक्रम के तहत इंजीनियर और आर्किटेक्ट्स ने दिल्ली के 50 सरकारी स्कूलों के ढांचे का मूल्यांकन किया। साथ ही बच्चों, शिक्षकों, अभिभावकों के प्राकृतिक व मानवीय आपदा से निपटने के ढंग का भी मूल्यांकन किया गया। इस कार्यक्रम को 2020 तक 51,000 बच्चों, 42,000 अभिभावकों और 2,200 शिक्षकों तक ले जाया जाएगा।