नई दिल्ली: राज्यपालों का 47वां सम्मेलन आज (10 फरवरी, 2016) राष्ट्रपति भवन में संपन्न हो गया।
अपने समापन भाषण में राष्ट्रपति महोदय ने दोहराया कि
सभी राज्यपालों पर संविधान को संरक्षित करने, सुरक्षा करने एवं बचाव करने की महती जिम्मेदारी है। इसलिए यह जरूरी है कि उनके सभी कदम संविधान की संरचना के अंतर्गत हों तथा संविधान में वर्णित सर्वोच्च आदर्शों के अनुरूप हों। उन्होंने कहा कि उच्च पदों पर आसीन व्यक्तियों केवल निष्पक्ष होना ही नहीं चाहिए, बल्कि निष्पक्ष दिखना भी चाहिए।