लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि देश की तरक्की के लिए महिलाओं का सशक्त और खुशहाल होना जरूरी है। इसे ध्यान में रखकर समाजवादी सरकार महिलाओं के उत्थान एवं कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रही है।
उन्होंने मानव तस्करी को समाज के लिए एक अभिशाप बताते हुए इसके खिलाफ एकजुट होकर कार्रवाई किए जाने पर बल दिया।
मुख्यमंत्री आज यहां होटल ताज में हिन्दुस्तान टाइम्स समाचार पत्र द्वारा आयोजित एच.टी. वुमन अवार्ड 2015 कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर श्री यादव ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाली 10 महिलाओं को सम्मानित किया। एच.टी. वुमन अवार्ड के तहत मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित की गईं महिलाओं में सुश्री माधुरी सिंह, सुश्री अनुजा देवी, सुश्री नहीद अकील, सुश्री पूजा अग्रवाल, डाॅ0 कृष्णा मुखर्जी, सुश्री संजोग शर्मा, सुश्री जैनब, सुश्री पारुल वर्मा, सुश्री माधुरी शर्मा एवं सुश्री निदा रिजवी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत एवं नामित समस्त महिलाओं को अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी।
श्री यादव ने कहा कि तमाम क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन कर महिलाओं ने सिद्ध कर दिया है कि वे किसी से कम नहीं हैं। जरूरत इस बात की है कि उन्हें अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए समुचित अवसर एवं प्रोत्साहन उपलब्ध कराया जाए। मानव तस्करी जैसे सामयिक और महत्वपूर्ण विषय पर इस आयोजन को केन्द्रित करने के लिए समाचार पत्र की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह अपराध किसी देश अथवा राज्य विशेष तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक अंतर्राष्ट्रीय समस्या है। इससे निपटने के लिए सरकार व कानून अपने दायरे में कार्य कर रहा है। किन्तु इसका प्रभावी उन्मूलन तभी सम्भव है, जब समाज का हर जागरुक नागरिक इसके खिलाफ अपनी आवाज बुलन्द करे। श्री यादव ने मानव तस्करी के खिलाफ कार्य करने वाले स्वैच्छिक संगठन शक्ति वाहिनी के प्रयासों की सराहना भी की।
समाज में व्याप्त विभिन्न समस्याओं और विसंगतियों के लिए गरीबी और अशिक्षा को जिम्मेदार बताते हुए श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार इस दिशा में गम्भीरता से कार्य कर रही है। प्रदेश में महिलाओं के कल्याण के लिए अनेक कार्यक्रम संचालित हैं। 1090 विमेन पावर लाइन महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। राज्य सरकार अपने संसाधनों से देश की सबसे बड़ी सामाजिक सुरक्षा स्कीम- समाजवादी पेंशन योजना संचालित कर रही है। योजना का लाभ परिवार की महिला मुखिया को देने की व्यवस्था की गई है, जिससे उनका आर्थिक सशक्तीकरण हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष स्थापित किया है। जघन्य अपराधों से पीडि़त महिलाओं एवं बालिकाओं को इस कोष के जरिए आर्थिक मुआवजा एवं निःशुल्क चिकित्सा देने की व्यवस्था की गई है। वर्तमान बजट में कोष के लिए राज्य सरकार ने 100 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि 40 महिलाओं/बालिकाओं को उल्लेखनीय कार्य एवं बहादुरी के लिए रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार प्रदान किया जाता है। एसिड हमले की शिकार हुई प्रत्येक महिला को राज्य सरकार द्वारा 3 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। यह भी निर्णय लिया कि पीडि़त महिलाओं का सरकारी अथवा निजी अस्पताल में इलाज के खर्च का वहन प्रदेश सरकार करेगी।
सांसद श्रीमती डिम्पल यादव ने मानव तस्करी को जघन्य अपराध बताते हुए कहा कि सभी के संयुक्त प्रयासों से इस समस्या से निपटा जा सकता है। उन्होंने इसके लिए समाज में जागरुकता उत्पन्न किए जाने पर भी बल दिया। श्रीमती यादव ने कहा कि महिलाओं के समक्ष अनेक चुनौतियां मौजूद हैं। समाचार पत्र द्वारा महिलाओं से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता दिया जाना प्रशंसनीय है।
फिल्म अभिनेत्री सुश्री पूजा भट्ट ने कहा कि जुल्म-ज्यादती के खिलाफ महिलाओं को अपनी आवाज बुलन्द करनी चाहिए। चुप रहकर अत्याचार सहने से उत्पीड़न में बढ़ोत्तरी होती है। इसलिए बालिकाओं को अपनी बात कहने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने लिंग आधारित भेदभाव को दूर किए जाने की वकालत की। सुश्री भट्ट ने प्रदेश में 1090 विमेन पावर लाइन की शुरुआत कराने के लिए मुख्यमंत्री की प्रशंसा भी की।
अभिनेता श्री सुशांत सिंह ने कहा कि जरूरी सावधानियां बरतकर तमाम अपराध का शिकार होने से बचा जा सकता है। कार्यक्रम में समाचार पत्र की सीनियर रेजीडेंट एडिटर सुश्री सुनीता एरन तथा यूनिट हेड श्री रजत कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर जाने-माने रंगकर्मी श्री सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ के निर्देशन में मानव तस्करी पर आधारित एक लघु नाटिका का मंचन भी किया गया, जिसमें सुश्री मृदुला भारद्वाज एवं सुश्री ममता पण्डित द्वारा अभिनय किया गया। सुश्री ऊषा गुप्ता तथा सुश्री सीमा पटेल ने कजरी लोक गीत प्रस्तुत किए।