लखनऊ: उत्तर प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने स्व-प्रेरणा से प्रकाशित समाचार ‘‘डाक्टर की लापरवाही से जच्चा-बच्चा ने दम तोड़ा’’ को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उ0प्र0 शासन, जिलाधिकारी सुल्तानपुर तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुल्तानपुर को निष्पक्ष जांच करके आख्या एक माह के अन्दर आयोग को भेजने के आदेश दिए हैं।
यह जानकारी आयोग की सदस्य सुश्री आशा तिवारी ने देते हुए बताया कि समाचार-पत्र के अनुसार जनपद सुल्तानपुर के जिला महिला अस्पताल में भर्ती प्रसूता और उसके नवजात शिशु की चिकित्सक की लापरवाही से मौत हो गई। जनपद सुल्तानपुर के कोतवाली क्षेत्र के भटपुरा करौमी मजरे भदैंया निवासी सीताराम की गर्भवती पत्नी श्रीमती (28 वर्ष) को सोमवार को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शाम करीब पांच बजे डा0 आनन्द सिंह की देखरेख में श्रीमती को नार्मल डिलीवरी के बाद शिशु पैदा हुआ। डिलीवरी के बाद श्रीमती को अधिक रक्तस्राव होने लगा। नर्सों और परिवारीजनों ने डा0 आनन्द सिंह को कई बार काल किया, लेकिन वे नहीं पहुंचे। नार्मल डिलीवरी के बावजूद महिला और उसके नवजात शिशु की मौत से नाराज परिवारीजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया।