मुंबई: ऑलराउंडर युवराज सिंह भले ही लंबे अर्से से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर चल रहें हों लेकिन उन्होंने साफ किया है कि फिलहाल उनका संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है।
पिछले कई वर्षाें से युवराज के करियर पर अटकलें लगाई जा रही हैं, उन्होंने आखिरी बार जून 2017 में वेस्टइंडीज़ के दौरे पर भारतीय टीम की ओर से खेला था। मुंबई इंडियन्स ने 2019 की नीलामी में युवराज को उनके बेस प्राइस एक करोड़ रूपए पर खरीदा था। उनका आईपीएल में पिछला सत्र खराब रहा था लेकिन रविवार को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में उन्होंने 53 रन बनाए थे। हालांकि टीम 37 रन से मैच हार गई थी।
युवराज ने आखिरी बार दो वर्ष पहले सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हुए दिल्ली के खिलाफ ही अर्धशतक बनाया था। वर्ष 2018 में किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से उन्होंने आईपीएल के आठ मैचों में मात्र 65 रन बनाए थे। हालांकि अपने हालिया संघर्ष के बावजूद युवराज ने संन्यास की अटकलों से इंकार किया है।
उन्होंने कहा कि जब समय आएगा, मैं सबसे पहले संन्यास लूंगा। मेरे लिए आखिरी दो वर्ष उतार चढ़ाव भरे रहे हैं। मैं फैसला नहीं कर पा रहा था कि मैं क्या करना चाहता था और मैं याद कर रहा था कि मैंने क्रिकेट खेलना क्यों शुरू किया। मैं इसे इसलिए खेलता हूं क्योंकि मुझे यह पसंद है। उस समय मैं भारत के लिए खेल रहा था और अंडर-14, अंडर-16 था। इसलिए जब तक मुझे मजा आएगा मैं खेलता रहूंगा।
ऑलराउंडर ने साथ ही कहा कि सचिन तेंदुलकर से वह हमेशा इस बारे में संन्यास लेते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने सचिन से भी इस बारे में बात की है और वह जब 37-38-39 साल के थे तब उनके करियर में भी यह समय आया। लेकिन उनसे बात करके हमेशा मेरे लिए स्थिति आसान हो जाती है।