भारतीय वायु सेना में सेवारत अधिकारी, विंग कमांडर शांतनु का चयन जापान के टोक्यो में मई 2021 में आयोजित होने वाले विश्व रोइंग एशिया/ओशिनिया कॉन्टिनेंटल ओलिंपिक और पैरालंपिक क्वालीफिकेशन रेगाटा में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया गया है।
उन्होंने अप्रैल 2019 में इस खेल को चुना और अक्टूबर 2019 के एशियाई रोइंग ट्रेनिंग कैंपएंड चैम्पियनशिप के लिए द रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा उनका चयन किया गया, जिसका आयोजन दक्षिण कोरिया में किया गया था। वे तब एशिया में 5वें स्थान पर रहे थे और इस आयोजन में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले भारतीय पैराप्लेजिक बने।
जनवरी 2017 में हुए एक मोटरसाइकिल दुर्घटना में उनकी रीढ़ की हड्डी को गंभीर नुकसान पहुंचा था और उसके बाद विंग कमांडर शांतनु लगभग दो महीने वेंटिलेटर सपोर्ट पर रहे।स्थिति में सुधार होने के बाद उन्हें पुणे के एमएच किरकी स्थित स्पाइनल कॉर्ड इंजरी वार्ड (आईसीआईसी वार्ड) में स्थानांतरित किया गया। वहां पर उन्होंने एक्वा थेरेपी और हाइड्रो थेरेपी दी गई। उन्होंने प्रतियोगी खेल के रूप में तैराकी को चुना औरजून 2018 में महाराष्ट्र पैरालंपिक तैराकी संघ द्वारा आयोजित किए गए महाराष्ट्र राज्य स्तरीय तैराकी चैम्पियनशिप में दो स्वर्ण पदक जीते।
विंग कमांडर शांतनु धैर्य और दृढ़ संकल्प वाले व्यक्तिहैं। वे किसी के लिए भी एक सच्ची प्रेरणा है, जो अपने जीवन में कठिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। भारतीय वायु सेना अपने कर्मियों को देश की सेवा करने और इसके लिए ख्याति प्राप्त करने के लिए बढ़ावा देने और प्रेरित करने का काम करती है।