लॉर्ड्स: लॉर्ड्स में खेले गए महिला विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड ने भारत को 9 रनों से हराकर चौथी बार विश्व कप का खिताब जीत लिया है। इंग्लैंड के 228/7 के जवाब में भारतीय टीम 49वें ओवर में 219 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और इतिहास बनाने का सुनहरा मौका गंवा दिया। इंग्लैंड की तरफ से आन्या श्रबशोल ने 6 विकेट लेकर भारतीय पारी को बहुत बड़ा झटका दिया और उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच भी चुना गया। पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 410 रन बनाने वाली टैमी ब्यूमोंट को प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट चुना गया। इंग्लैंड ने इससे पहले 1973, 1993 और 2009 में विश्व कप का खिताब जीता था। दक्षिण अफ्रीका की कप्तान डेन वैन निकर्क ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 15 विकेट लिए।
लक्ष्य के जवाब में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और स्मृति मंधना खाता खोले बिना आउट हो गईं। इसके बाद पूनम राउत ने कप्तान मिताली राज (17) के साथ दूसरे विकेट के लिए 38 रन जोड़े, लेकिन मिताली के रन आउट होने से भारतीय पारी मुश्किल में दिखने लगी। यहाँ से पूनम ने हरमनप्रीत कौर के साथ तीसरे विकेट के लिए 95 रन जोड़े और मैच भारत के पक्ष में दिख रहा था। पूनम और हरमनप्रीत दोनों ने अपने-अपने अर्धशतक पूरे किये। हरमनप्रीत 51 रन बनाकर आउट हुईं। पूनम (86) और वेदा कृष्णमूर्ति (35) ने 53 रनों की तेज़ साझेदारी निभाई और 43वें ओवर में मैच भारत के हाथ में था। यहाँ से आन्या श्रबशोल ने एक के बाद एक पांच विकेट लेकर भारतीय पारी के लड़खड़ाने में बहुत बड़ा योगदान दिया। दीप्ति शर्मा (14) के आउट होते ही भारत के जीत की सम्भावनाएं खत्म हो गई थी। भारत के आखिरी 7 विकेट सिर्फ 28 रनों के अंदर गिर गये और पूरी टीम 48.4 ओवर में 219 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।
मिताली राज और झूलन गोस्वामी के लिए ये आखिरी विश्व कप था और अपने बेहतरीन करियर में ये दिग्गज क्रिकेटर विश्व कप नहीं जीत पाईं और इस बात का ग़म उन्हें काफी समय तक रहेगा।
9 comments