इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 2023-24 में उन्नीस मैचवीक मुकाबले खेले जा चुके हैं, और मुम्बई सिटी एफसी 41 अंकों के साथ तालिका के शीर्ष पर विराजमान है। मुम्बई की अब तक की सफलता के पीछे प्रमुख खिलाड़ियों में से एक मौजूदा आईएसएल गोल्डन बॉल विजेता लालियानजुआला छांगटे हैं।
छांगटे ने चार गोल करने के साथ पांच में सहायता प्रदान की है और अग्रिम पंक्ति के अपने साथियों के साथ बेहतरीन तालमेल दिखाया है, जो नियमित रूप से विपक्षी टीमों और उनकी डिफेंस को प्रभावशाली ढंग से भेद रही है। वह विपक्षी टीम के बॉक्स के अंदर 21 सफल ड्रिबल और 79 टच दर्ज कर चुके हैं, और फाइनल थर्ड में हमेशा मौजूद रहते हैं, जिससे उनकी टीम ने इस आईएसएल सीजन में अब तक 36 गोल दागे हैं। आइलैंडर्स इस मामले में मोहन बागान सुपर जायंट (38) के बाद दूसरे स्थान पर हैं। मिजोरम के लुंगलेई में जन्मे, छांगटे ने 2016 में नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी की तरफ से आईएसएल में पदार्पण किया था। तब से वह चेन्नइयन एफसी और आइलैंडर्स के लिए खेल चुके हैं, साथ ही वह ब्लू टाइगर्स की मुख्य टीम के नियमित सदस्य हैं। आठ साल बाद, वह आईएसएल के प्रति आभारी हैं, क्योंकि लीग ने उन्हें देश की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं के खिलाफ अपनी योग्यता साबित करने का मौका प्रदान किया है।
छांगटे ने लीग को दिये एक साक्षात्कार में कहा, “मैंने अपने पहले क्लब नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी के साथ 2016 के आईएसएल सीजन में पेशेवर करियर शुरू किया था। अगर क्लब और आईएसएल ने मुझे खुद को साबित करने का मौका नहीं दिया होता, तो मैं आज यहां नहीं होता, क्योंकि उन्होंने एक खिलाड़ी व इंसान दोनों के रूप में मुझे अपना हुनर निखारने और चरित्र को मजबूत बनाने में मदद की है। मैं धीरे-धीरे अधिक परिपक्व होता चला गया। मुझे मौका देने, मुझ पर भरोसा करने और मेरी क्षमताओं पर विश्वास करने के लिए मैं लीग को धन्यवाद दूंगा।” विंगर ने आगे कहा, “लीग बेहतर तरीके से विकसित हो रही है और उम्मीद है कि अधिक क्लबों के शामिल होने और अधिक मैच खेलने के मौके मिलने से हमें बेहतर खिलाड़ी बनने में मदद मिलेगी। जब आप अधिक मैच खेलते हैं तो इससे आपको राष्ट्रीय टीम में मदद मिलती है। आईएसएल बहुत अच्छा काम कर रही है, उम्मीद है कि वो ऐसा करना जारी रखेगी, मेरे जैसे युवा खिलाड़ियों को हर दिन विकसित होने में मदद करती रहेगी, जो राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने का सपना देखते हैं। मुझे उम्मीद है कि एक दिन ऐसा आएगा, जब हमें अन्य देशों से भी अधिक मान्यता मिलेगी।”
छांगटे उन शानदार खिलाड़ियों में से एक हैं जिनकी सफलता की कहानियां क्लब फुटबॉल के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी छाई रही हैं। उन्होंने दिसम्बर 2015 में साउथ एशियन फुटबॉल फेडरेशन (एसएएफएफ) चैम्पियनशिप के दौरान श्रीलंका के खिलाफ सीनियर टीम में अपना पदार्पण किया था। तब से लेकर, छांगटे ब्लू टाइगर्स के लिए 34 मुकाबले खेल चुके हैं और और सात गोल कर चुके हैं। वह राष्ट्रीय टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। छांगटे टीम के उन साथियों को बड़े प्यार से याद करते हैं जिन्होंने ऐसे समय में उनका साथ दिया था जब वह मुश्किल हालात में थे। छांगटे ने कहा, “मैं 18 साल का था जब मैंने पहली बार राष्ट्रीय टीम के लिए खेला था। उसके बाद कुछ असफलताएं मेरे हाथ लगीं। मैं राष्ट्रीय टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था, और कई बार ऐसा भी हुआ कि मैं (संभावितों की) सूची में नहीं था। मैं बहुत मेहनत करता रहा। सुनील भाई, संदेश भाई, गुरप्रीत जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों ने उस समय भी बहुत मदद की जब मैं टीम के अंदर नहीं था। उन्होंने मुझे क्लब स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया, क्योंकि जब आप क्लब की तरफ से अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो आपको राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने का मौका मिलता है।” राष्ट्रीय टीम के वर्ल्ड कप क्वालीफायर के लिए अंतरराष्ट्रीय ब्रेक के पूरा होने के बाद, इंडियन सुपर लीग 30 मार्च, 2024 को एक्शन में लौट आएगा।
Source Tarun Mitra