लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने वनटांगियां गांव जंगल तिनकोनिया नं0-3 में 215.01 लाख रुपये की लागत से कुल 6 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास कर गांव के विकास के लिए लोगों को दीपावली की सौगात दी। इन विकास कार्याें में 151.66 लाख रुपये की 4 परियोजनाओं का शिलान्यास तथा 63.35 लाख रुपये की 2 परियोजनाओं का लोकार्पण शामिल है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने 10 स्कूली बच्चों को डेªस एवं स्वेटर, मुख्यमंत्री आवास के 10 लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र, विधवा पेंशन के 3, वृद्धावस्था पेंशन के 4 तथा दिव्यांगजन पेंशन के 3 लाभार्थियों को स्वीकृति-पत्र वितरित किये।
मुख्यमंत्री जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि इन गांवों में 100 वर्षों के बाद नई खुशी आई है। वर्षों से इन गांवों के लोग विकास की योजनाओं से अछूते थे। राजस्व ग्राम बन जाने से अब वनटांगियां गांव में सभी योजनाएं पहुंच रही हंै। इन गांवों में वृद्धावस्था के 61, विधवा के 27, दिव्यांग के 12, राशन कार्ड 424, शौचालय के 474, स्वयं सहायता के 09 समूह, मनरेगा के 292 जाॅब कार्ड, इण्डिया मार्का के 3 हैण्डपम्प, 9 सोलर लाइट, प्राथमिक विद्यालय, 366 सौभाग्य योजना में विद्युत कनेक्शन सेे लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है। इसके अतिरिक्त गांवों में 4.75 कि0मी0 खड़ंजा कार्य हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसी तरह प्रदेश के सभी वनटांगियां गांवों में इन योजनाओं से लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महराजगंज के 18, बलरामपुर के 5, गोण्डा के 5 तथा गोरखपुर के 5 वनटांगियां को राजस्व गांव का दर्जा दिया जा चुका है। बहराइच के वनटांगियां गांव को भी राजस्व गांव का दर्जा देने की दिशा में कार्य चल रहा है। लखीमपुर खीरी में भी इस प्रक्रिया को तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन गांव में बड़ी आबादी रहती है, लेकिन उन्हें कोई मूलभूत सुविधा प्राप्त नहीं थी किन्तु पिछले एक वर्ष के दौरान इन गांवों में शासकीय योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की दिशा में निरन्तर कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व-त्यौहार सामूहिक रूप से मनाये जाते हैं और हमारी परम्परा है कि सुख-दुख में हम एक-दूसरे के सहभागी बन सकंे। उन्होंने कहा कि आज़ादी के 70 वर्षों से राजस्व गांव की मांग इन वनटांगियां गांवों के निवासियों द्वारा की जा रही थी, जिसे प्रदेश सरकार ने पूरा करते हुए इन्हें समाज की मुख्य धारा में जोड़कर उन्हें शासकीय योजनाओं से लाभान्वित कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बिना भेदभाव के समाज के हर तबके के विकास के लिए कार्य कर रही है। हर गरीब के पास छत हो इस उद्देश्य से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें आवास मुहैया कराये जा रहे हैं। कोई भी पात्र व्यक्ति पेंशन से वंचित नहीं रहेगा। कुष्ठ रोगियों को आवास मिलेगा और प्रधानमंत्री आवास योजना से बचे हुए लाभार्थियों को मुख्यमंत्री आवास योजना से आच्छादित किया जायेगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास से ही हमारे जीवन में खुशहाली आ सकती है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए कहा कि महिला आत्मनिर्भर होगी तो पूरा परिवार आत्मनिर्भर बनेगा।