लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज दीपावली के अवसर पर जनपद गोरखपुर में वनटांगिया ग्राम जंगल तिकोनिया नम्बर-3 के विकास हेतु 80 करोड़ रुपये की कुल 288 परियोजनाओं का शिलान्यास/लोकार्पण किया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं जैसे आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, उद्यान विभाग के योनार्न्तगत फसल बीज, जलजीवन मिशन, युवक मंगल दल के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र व किट देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री जी ने जनपद गोरखपुर एवं महराजगंज के 7 वन ग्राम के प्रधानों को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर लगाये गये विभिन्न विभागों के प्रदर्शनी स्टॉल का अवलोकन किया तथा हिन्दू विद्या पीठ में पढ़ने वाले बच्चों से भेंट कर उनका उत्साहवर्धन किया तथा मिठाई/उपहार वितरित किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने 4 बच्चों का अन्नप्राशन तथा 4 महिलाओं की गोद भराई की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भगवान श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास के उपरान्त उनकी अयोध्या वापसी की स्मृति में पूरा देश दीपावली के उत्सव को मनाता है। इस पर्व पर हर घर में दीपक जलते हैं। आपने अयोध्या में भव्य दीपोत्सव के कार्यक्रम को देखा होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सान्निध्य व मार्गदर्शन में उनकी प्रेरणा से भव्य उत्सव मनाया गया। यही भव्यता जीवन का हिस्सा है। सत्यमेव और धर्म के मार्ग पर चलेगे तो दीपावली जैसे आयोजन हम सबके जीवन में परिवर्तन का कारक बनेंगे। इस प्रकार की भव्यता हमें नई ऊंचाई पर पहुचायेगी। आज का यह कार्यक्रम विगत 15 वर्षाें से मनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आजादी के बाद जिन लोगों को न्याय नहीं मिल पाया था उस मुसहर समाज के लोगों को न्याय दिलाने के लिए हम लोगों ने जो लड़ाई 20 साल पहले प्रारम्भ की थी उस लड़ाई को वर्ष 2017 से मूर्त रूप देने के साथ ही राजस्व गांव के रूप में मान्यता देते हुए जमीन के पट्टे देने के साथ ही सम्मानजनक जीवन-यापन करने के लिए शासन स्तर पर एक साकारात्मक पहल को आगे बढ़ाया गया। मुझे लगता है कि सही माइने में दीपावली पर यह कार्यक्रम किसी के लिए उत्साह और उमंग का सर्वाधिक सहज एवं सर्वसुलभ अवसर है। यह पूरे भारत वर्षाें के लिए तो है ही लेकिन वनटांगिया, मुसहर, थारू, सहरिया जैसी जाति के लिए जिन्हें आजादी के बाद पहली बार शासन की सुविधाएं प्रारम्भ हुई है उन सब के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
कल प्रधानमंत्री जी ने कहा कि दीपावली हमारी ऐसी होनी चाहिए कि हर एक गरीब परिवार के घर में दिया जले। हर व्यक्ति अपने परिवार के साथ अपने सगे सम्बन्धियों के साथ दीपावली मनाता है। लेकिन हमने 15 वर्ष पहले वनटांगिया और मुसहर समुदाय के लोगों के साथ दीपावली मनाने के इस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया था। उस समय यहां पर कोई नहीं आता था। यहां पर सड़क, बिजली, पानी, राशन की व्यवस्था, स्वास्थ्य की व्यवस्था, पेंशन की व्यवस्था, मकान कुछ भी नहीं था। लेकिन अन्ततः न्याय की जीत हुई और आज वनटांगिया, मुसहर जाति के लोगों को आवास, राशन वितरण, जमीन के पट्टे, स्कूल आदि की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जब शासन संवेदनशील होकर जन सुविधाएं प्रदान करता है तो रामराज की परिकल्पना साकार होती है। प्रदेश सरकार बिना भेदभाव के विकास की योजनाओं को संचालित कर पात्र जनों को लाभान्वित कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था ही भारत की असली अर्थव्यवस्था है, गांव जब स्वावलम्बी होगा तभी देश, प्रदेश, जनपद मजबूत/विकसित होगा। विगत 8 वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में शासन की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव सभी पात्र जनों को मिल रहा है। देश में 3 करोड़ प्रधानमंत्री आवास, 8 करोड़ गरीबों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन, 7 करोड़ गरीबों को आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये के मुफ्त इलाज की सुविधा तथा 200 करोड़ निःशुल्क कोरोना वैक्सीनेशन कराया गया है। शासन समरस समाज की स्थापना, समग्र विकास की अवधारणा, प्रत्येक नागरिक के जीवन में कल्याण की भावना से निरन्तर कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दीपावली में हर घर में दीपक जले, पर्व एवं त्यौहार को आपसी मेल मिलाप के साथ मिल जुलकर मनाये, त्यौहार में एकाकी नहीं सामूहिकता का विकास हो। प्रधानमंत्री जी का कहना है सभी को साथ लेकर चलें, सबका साथ सबका विकास हो। वनटांगिया गांव में 6 साल पहले सड़क, मकान, बिजली सहित शासन की अन्य योजनाओं का लाभ नहीं था लेकिन आज प्रदेश के 54 वनटांगिया गांवों में शासन की योजना का लाभ मिल रहा है। उन्होंने प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि सभी लोग मिल जुलकर त्यौहार को मनायें, विकास, विश्वास, संकल्प, समाज कल्याण का एक एक दीपक भी जलायें।
इस अवसर पर मत्स्य मंत्री श्री संजय निषाद ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वनटांगिया गांव के लोगों के उत्थान के लिए अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ा है। मत्स्य विकास की अनेक योजनाएं प्रदेश सरकार द्वारा संचालित की जा रही हैं। के0सी0सी0 में मछुआरों को भी शामिल किया गया है। मछुआ कल्याण कोष की स्थापना की गयी है। सरकार सर्वहित को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है। जनपद विकास की ओर निरन्तर अग्रसर है।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा अधिकारीगण उपस्थित थे।