भारत सरकार के कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के शीर्ष थिंक टैंक, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स (आईआईसीए) ने आज “स्वतंत्र निदेशकों के लिए दो दिवसीय परिचय कार्यक्रम” की शुरुआत की। यह कार्यक्रम सरकार के विजन के अनुरूप भारत में कॉर्पोरेट प्रशासन उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने के लिए आईआईसीए की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
आईआईसीए में स्कूल ऑफ कॉरपोरेट गवर्नेंस एंड पब्लिक पॉलिसी के प्रमुख डॉ. नीरज गुप्ता ने विशिष्ट प्रतिभागियों और वक्ताओं का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम के मूल तत्व पर जोर देते हुए डॉ. गुप्ता ने स्वतंत्र निदेशकों (आईडी) को पेशेवर बनाने, उनकी वास्तविक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने, उनकी प्रभावशीलता बढ़ाने और आईआईसीए द्वारा समर्थित निरंतर ज्ञान प्राप्ति के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच आपसी ज्ञान प्राप्ति की क्षमता पर भी जोर दिया।
इस आयोजन में शीर्ष केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों (सीपीएसई) और निजी क्षेत्र की अग्रणी संस्थाओं के 60 से अधिक प्रतिष्ठित निदेशक भाग ले रहे हैं। उपस्थित लोगों में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, कोचीन शिपयार्ड, यूको बैंक, पीडब्ल्यूसी, जेएंडके बैंक, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन, भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी, एमएसटीसी लिमिटेड, पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन और भारतीय रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन के प्रतिनिधि शामिल हैं।
संकाय सदस्यों का एक प्रतिष्ठित पैनल सत्रों में अपने विचार साझा करेगा :
- श्री. पार्वतीसम कांचीनंदम, कंपनी सचिव और मुख्य कानूनी अधिकारी, टाटा स्टील।
- डॉ. अशोक हल्दिया, पूर्व एमडी और सीईओ, पीटीसी इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज।
- श्री. शशांक कर्नाड, पार्टनर और सीईओ- फोरेंसिक सर्विसेज, महाजन और ऐबारा।
- श्री अजय नानावटी, पूर्व अध्यक्ष, सिंडिकेट बैंक।
- श्री. नौशीर मिर्ज़ा, पेशेवर स्वतंत्र निदेशक जो कई कंपनी बोर्डों में कार्यरत हैं।
- श्री. रॉबिन बनर्जी, अध्यक्ष, न्यूक्लियॉन रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड
- श्री. मोहन आर लवी, प्रसिद्ध वित्तीय सलाहकार।
श्री मनोज सिंह मुख्य कार्यक्रम कार्यकारी, एसओसीजीपीपी, आईआईसीए और श्री मैथ्यू जॉन, कार्यक्रम प्रबंधक, राष्ट्रीय सीएसआर पुरस्कार सचिवालय, आईआईसीए ने कार्यक्रम का संचालन किया।