नई दिल्ली: केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री हर्षवर्धन और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में 4 से 8 अक्टूबर तक आयोजित किए जाने वाले चौथे भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) -2018 के पूर्वावलोकन के अवसर पर संयुक्त रूप से संबोधित किया। इस भव्य विज्ञान एक्सपो का औपचारिक रूप से राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद उद्घाटन करेंगे।
इस अवसर पर डॉ. हर्षवर्धन ने जनता के सभी वर्गों के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी को सामाजिक और आर्थिक प्रगति का समर्थक बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि जहां भी विज्ञान सामाजिक बदलाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है वहां पिछले 4 वर्षों के दौरान भारत में विज्ञान के क्षेत्र में मूलभूत विज्ञान से लेकर ऐप्लीकेशन साइंस तक, व्यापक परिवर्तन आया है। समग्र विकास के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बारे में विज्ञान की भूमिका पर जोर देते हुए उन्होंने वैज्ञानिक संगठनों से अनुरोध किया कि वे आपस में घनिष्ठता और सभी हितधारकों के साथ साझेदारी में काम करें। पिछले चार वर्षों के दौरान समाज के सामने आ रही समस्याओं से निपटने के लिए वैज्ञानिक संस्थानों में सहयोगात्मक अनुसंधान के लिए समग्रता लाना एक बड़ा बदलाव रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में इस भव्य अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान आयोजन की मेजबानी करते हुए प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने सीमित संसाधनों के बावजूद विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ऐसे विज्ञान महोत्सव के आयोजनों से उत्तर प्रदेश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के तेजी से विकास के लिए बड़ी संख्या में अवसर उपलब्ध होंगे।
विज्ञान महोत्सव के इस संस्करण का विषय ‘परिवर्तन के लिए विज्ञान है’। आईआईएसएफ हमारे देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हुई उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए छात्रों, अनुसंधानकर्ताओं, कलाकारों और आम जनता को एकजुट करने के लिए एक बहुत बड़ा मंच है। आईआईएसएफ-2018 में केंद्रीय विषयवस्तु ‘परिवर्तन के लिए विज्ञान है’ के साथ 23 विशेष आयोजन होंगे। इस महोत्सव में लगभग 10,000 प्रतिनिधियों के भाग लेने का अनुमान है जिसमें 5,000 छात्र, 550 अध्यापक, पूर्वोत्तर क्षेत्र से 200 छात्र, 20 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि और 200 स्टार्टअप भाग ले रहे हैं।
विज्ञान प्रगति को गति प्रदान करने में महिला वैज्ञानिकों और उद्यमियों की विशेष भूमिका का इस महोत्सव में विशेष आकर्षण होगा। इस आयोजन में लगभग 800 महिला वैज्ञानिक और उद्यमी शामिल हो रही हैं। पूर्वोत्तर और महत्वाकांक्षी जिलों के हितधारकों को शामिल करने का विशेष प्रयास किया जाएगा।
बिल्डिंग पार्टनरशिप इंपैक्टिंग सोसायटी राज्य ‘विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रियों के सम्मेलन’ के लिए मुख्य थीम है। इस महोत्सव द्वारा सरकार के मुख्य कार्यक्रमों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के योगदान पर विचार-विमर्श करने के लिए सभी हितधारकों को एकजुट करने का अनुमान है। पूर्वावलोकन कार्यक्रम देश के अन्य भागों – कोलकाता, दिल्ली, चेन्नई, मुम्बई में भी आयोजित किया गया। अपने किस्म के देश के इस क्षेत्र में आयोजित होने वाले इस सबसे बड़े महोत्सव से यह उम्मीद है कि यह छात्रों में विज्ञान और वैज्ञानिक भावना के उत्साह के संदेश का प्रचार करेगा और युवाओं को प्रोत्साहित करेगा।