लखनऊ: प्रदेश के वन एवं वन्य जीव मंत्री श्री दुर्गा प्रसाद यादव ने राज्य सरकार की सबसे महात्वाकांक्षी योजना ‘‘क्लीन यू0पी0-ग्रीन यू0पी0’’ के तहत प्रदेश में 24 घण्टे के भीतर रोपित किए गए 5 करोड़ पोधों के संरक्षण हेतु ठोस कठम उठाए जाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए है। उन्होंने कहा है कि कोई भी वृक्ष क्षतिग्रस्त अथवा सूखने नही पाये। इसके लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तत्परता से अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा। उन्होंने वृक्षों के अवैध कटान तथा वन्य जीवों के शिकार करने वाले व्यक्तियों की सूचना देने वालें लोगों को पुरस्कृत करने के भी निर्देश दिए।
श्री यादव आज यहां सचिवालय स्थित तिलक हाल में वन एवं वन्य जीव विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने रोपित 05 करोड़ वृक्षों की प्रगति, मृत पौधों की स्थिति तथा मृत पौधों के स्थान पर बदले गए पौधों की जनपदवार गहन समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रोपित हुए पौधे किसी भी दशा में सूखने नहीं चाहिए। इसके लिए खाद आदि का समय से प्रबंध एवं प्रयोग किया जाए। आवश्यकतानुसार मृदा परीक्षण करके कमी पाये जाने पर उसका उपचार सुनिश्चित किया जाए।
श्री यादव ने कहा कि किसी भी दशा में अवैध कटान तथा वन्य जीवों का शिकार नहीं होना चाहिए। इसकी रोकथाम के लिए जनसहभागिता सुनिश्चित करते हुए सूचना तंत्र बनाया जाए। साथ ही अवैध कटान करने वालों और वन्य जीवों के शिकारियों की जानकारी देने वाले व्यक्तियों को इनाम दिए जाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने समीक्षा में पाया कि अवैध कटान के 1084 मामले गत सितम्बर माह तक प्रकाश में आए, जिनमें से 2803 वृक्षों का पातन हुआ, जिसके विरूद्ध 130.70 लाख रुपये की लकड़ी जब्त की गई। अवैध कटान में सम्मिलित 1186 अभियुक्तों से 76.20 लाख रुपये का प्रतिकर भी प्राप्त किया गया। उन्होंने वन क्षेत्रों में किए जा रहे अतिक्रमण को गम्भीरता से लेते हुए निर्देश दिए कि वन क्षेत्रों से अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए।
वन मंत्री ने वन्य जीवों के संरक्षण एवं सुरक्षा के लिए प्राणि उद्यान एवं वन्य जीव विहार के सुचारू संचालन पर बल देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि अवैध शिकार पर प्रभावी नियंत्रण किया जाए और यह भी देखा जाए कि किसी भी वन क्षेत्र में अवैध रूप से शिकार न हो। इसके लिए गश्त की व्यवस्था को और चुस्त-दुरूस्त किया जाए। उन्होंने इन्डो-नेपाल बार्डर पर स्थित वन्य जीव प्रभागों में सीमा सुरक्षा बल के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने पर भी जोर दिया।
वन मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि लम्बित कार्य योजनाओं को समय से पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि वन विभाग के सभी कार्य निर्धारित अवधि में पूर्ण हों, ताकि जनमानस को उनका लाभ मिलने लगे।
बैठक में प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री उमेन्द शर्मा, विशेष सचिव वन तथा प्रदेश भर के प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।