देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पारस वेडिंग प्वांइट देहरादून में राज्य हज समिति द्वारा आयोजित हज-2016 में हज जाने वाले उत्तराखण्ड के 172 हज यात्रियों के लिए आयोजित टीकाकरण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया तथा राज्य हज समिति द्वारा हाजियों कि सुविधा के लिए प्रकाशित दो हज गाइडों ‘‘जानिब-ए-मन्जिल बढ़ते कदम’’ तथा ‘‘हज गाईड 2016’’ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने राज्य हज समिति द्वारा आयोजित टीकाकरण व प्रशिक्षण व्यवस्थाओ का अवलोकन किया तथा उचित प्रबन्धन के लिए समिति की प्रंशसा की। श्री रावत ने सभी हज यात्रियों से अनुरोध किया कि वह सभी भाग्यशाली है जिन्हे हज यात्रा का अवसर मिला है इसलिए सभी हज यात्री देश तथा अपने राज्य की प्रगति, विकास, खुशहाली व प्राकृतिक आपदा से सुरक्षा के लिए दुआ करे। श्री रावत ने हज पर जाने वाले सभी यात्रियों को मुबारकबाद दी।
हज के महत्व पर बोलते हुए राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा कि हाजी गुणो का खजाना होता है। कहा जाता है कि हज जाने वाले को सब कुछ हासिल हो जाता परन्तु जो हज जाने वालों को हज यात्रा पर भेजने में सहायता करते है उन्हे भी पुण्य मिलता है। हमंे बहुत खुशी है कि उत्तराखण्ड राज्य से हर साल ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग हज यात्री पर जा रहे है। राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक वर्ष राज्य के अधिक से अधिक लोग पवित्र हज यात्रा पर जा सके। मुख्यमंत्री श्री रावत ने राज्य के मुस्लिम वर्ग से अनुरोध किया कि वह उनसे जानना चाहते है कि सरकार उनके लिए हज यात्रा हेतु और किस प्रकार बेहतर व्यवस्था कर सकती है इस सम्बन्ध में वह मुख्यमंत्री को सलाह दे सकते है उनका फीडबैक राज्य सरकार के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। श्री रावत ने कहा कि राज्य हज कमेटी की भूमिका वास्तव में एक फेस्लिेटर की है इसका प्रबन्धन सराहनीय काम कर रहा है।
देवभूमि उत्तराखण्ड में साम्प्रदायिक सौहार्द्र की प्रंशसा करते हुए मुख्यंमत्री श्री रावत ने कहा कि आज हमारा राज्य भाईचारे की खूबसूरत मिसाल है। राज्य में हज यात्रियों को हज के लिए विदा करने में अन्य धर्माें के लोग भी बढचढ़ कर भाग लेते है ,उन्हे शुभकामनाऐ देते है, साथ ही विदाई के लिए आयोजित दावतों में खुशी से हिस्सा लेते है। वास्तव में उत्तराखण्ड धार्मिक सौहार्द का खूबसूरत गुलदस्ता है हमें इस सुन्दर परम्परा को बनाये रखना है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखण्ड में उर्दू को प्रोत्साहन देने के लिए श्रीघ ही 130 उर्दू शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया आरम्भ करेगी। उर्दू हिन्दुस्तान कि अपनी भाषा है। यह एक खूबसूरत भाषा है हम चाहते है कि अधिक से अधिक लोग इसे सीखे। वास्तव में उर्दू कौमी एकता की भाषा है क्योंकि दुनिया में कौमी एकता के तरानों में आधे से अधिक उर्दू में लिखे गये है। मदरसो के विकास पर श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार मदरसा बोर्ड के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमे इस बात कि खुशी है कि राज्य सरकार द्वारा सबसे कम रिकार्ड समय में समय में शानदार अल्पसंख्यक भवन का निर्माण कराया गया है। राज्य सरकार कब्रिस्तानों की चारदीवारी का काम शीघ््रा पूरा करेगी। यह खुशी की बात है कि उत्तराखण्ड द्वारा अपनाया गया यह माॅडल अब कर्नाटक राज्य भी अपनाने जा रहा है । कब्रिस्तानों की सुरक्षा दीवारों के सुदृढ़ीकरण के साथ ही सभी अन्य धर्मो के अन्तिम संस्कार स्थलों यथा श्मशान घाट, ईसाई कब्रिस्तान की चारदीवारी का काम राज्य सरकार द्वारा अगले तीन सालों में पूरा कर दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने बताया कि अल्पसंख्यक वर्ग की समस्याओं के तीव्र निराकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नियुक्त किये गये है। वक्फ बोर्ड के विकास के लिए गम्भीरता से अध्ययन किया जा रहा है। राज्य सरकार का प्रयास है कि अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को दी जाने वाली छा़त्रवृति सीधे उनके खातों मे पहुचे। राज्य सरकार मुस्लिम वर्ग की बालिकाओं की शिक्षा को विशेष प्रोत्साहन देना चाहती है। श्री रावत ने प्रसन्नता व्यक्त की कि उधम सिंह नगर तथा देहरादून जनपदों से अधिक से अधिक मुस्लिम महिलाऐं राज्य सरकार द्वारा निस्बड के माध्यम से संचालित कौशल विकास कार्यक्रम ‘‘हुनर’’ का अधिक से अधिक लाभ उठा रही है। राज्य सरकार का प्रयास है कि निस्बड द्वारा संचालित हुनर कार्यक्रम से अधिक से अधिक मुस्लिम युवा लाभ उठाये। राज्य में मौलाना आजाद फाउंडेशन की स्थापना से मुस्लिम वर्ग के छात्रों के विकास को अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। राज्य का अल्पसंख्यक बहुउद्येशीय वित निगम अल्पसंख्यक वर्ग को स्वरोजगार स्थापित करने में सहायता कर रहा है। राज्य सरकार अल्पसंख्यक विकास के सन्दर्भ में मुख्य रूप से दो क्षेत्रो शिक्षा तथा कौशल विकास पर विशेष बल दे रही है।
कार्यक्रम मे विधायक भीमलाल आर्य, फुरकान अहमद राज्य हज समिति के अध्यक्ष हाजी राव शेर मुहम्मद तथा बड़ी संख्या में हज में जाने वाले यात्री उपस्थित थे।