नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज राष्ट्रपति भवन में अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस के अवसर पर नर्सिंग कर्मियों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटन्गेल पुरस्कार प्रदान किये।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि नर्सिंग कर्मी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की रीढ़ हैं। स्वास्थ्य के सभी पहलुओं में , चाहे यह पोलियो उन्मूलन, मिड वाइफ सेवा और सामुदायिक शिक्षा जैसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम हों, नर्स की भूमिका महत्वपूर्ण है। उनके समर्पण और देखभाल की प्रशंसा शहरी और देश के दूरदराज के क्षेत्रों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी की जाती है। देश के स्वास्थ्य लक्ष्य की प्राप्ति में नर्सिंग कर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य क्षेत्र की नीतियां बनाते समय नर्सिंग समुदाय की राय लेना महत्वपूर्ण है।
राष्ट्रपति ने कहा कि माइक्रोबायल प्रतिरोध, नई महामारियां , संक्रमण और प्राकृतिक आपदाओं जैसे खतरों से दबाव बढ़ा है। स्वास्थ्य क्षेत्र में मांग बढ़ी है। अनुक्रिया प्रणाली के लिए नर्सों की सेवा महत्वपूर्ण है। अपने देश में नर्सिंग कर्मी पढ़े लिखे और बेहतर तरीके से प्रशिक्षित हैं। अब वह मरीजों से संवाद करने तथा नागरिकों और समुदाय और नीति निर्धारकों से जुड़ने में प्रवीण हो गए हैं। अगले पंद्रह वर्षों में नर्सिंग सेवा के स्वरूप में भारी बदलाव होगा। इस क्षेत्र में प्रशिक्षण और क्षमता सृजन के लिए नवाचार और नेतृत्व की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में भारतीय नर्सों की संवेदनशीलता , हमदर्दी और मानवीयता की प्रशंसा की जाती है और यही बात दृढ़ रहेगी।