देश में कोरोना वायरस के मामलों में खतरनाक उछाल आने से एक बार फिर स्वास्थ्य संकट उभर कर सामने आया है। महामारी के बढ़ते मामलों के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी आज एक बार फिर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की। इस बैठक में राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भी हिस्सा लिया।
अब हमारे पास अनुभव , संसाधन और वैक्सीन है
पीएम मोदी ने बैठक में कहा, ” कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए फिर से युद्ध स्तर पर काम करना जरूरी है। तमाम चुनौतियों के बाद भी हमारे पास पहले की अपेक्षा बेहतर अनुभव और संसाधन हैं और वैक्सीन भी हमारे पास है।”
टेस्टिंग और ट्रेकिंग
प्रधानमंत्री ने कोरोना के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए टेस्टिंग पर जोर देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा , “आज हम जितनी ज्यादा वैक्सीन की करते हैं, इससे ज्यादा हमें टेस्टिंग पर बल देने की जरूरत है। टेस्टिंग और ट्रेकिंग की बहुत बड़ी भूमिका है। टेस्टिंग को हमें हल्के में नहीं लेना होगा।”
हमें लड़ने की जरूरत है
साथ ही पीएम ने कहा कि हमें दूसरी बार कोरोना मामलों में उछाल से हमें लड़ने की जरूरत है। महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, पंजाब सहित कई राज्यों में पहली लहर से ज्याद केस सामने आए हैं जो कि एक चिंता का विषय है, लोग सहमे हुए हैं, अधिकांश राज्यों में प्रशासन भी शिथिल हो गया है।
कोविड मैनेजमेंट
कोरोना की वैक्सीन की बर्बादी की और ध्यान दिलाते हुए पीएम ने मुख्यमंत्रियों से कहा कोविड मैनेजमेंट का एक बहुत बड़ा पार्ट vaccine wastage को रोकना भी है। वैक्सीन को लेकर राज्य सरकारों की सलाह, सुझाव और सहमति से सही देशव्यापी रणनीति बनी है।
लापरवाही न बरतें
कोरोना वायरस के प्रति लोगों के बीच बढ़ती लापरवाही के प्रति सचेत करते हुए पीएम मोदी ने कहा वैक्सीनेशन के साथ साथ हमें ये भी ध्यान रखना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद की लापरवाही न बढ़े। हमें लोगों को ये बार-बार बताना होगा कि वैक्सीन लगने के बाद भी मास्क और सावधानी जरूरी है।
भयभीत होने की जरूरत नहीं
पीएम ने कहा, ” हमने कोरोना की लड़ाई जीती थी, बिना वैक्सीन के। ये भी भरोसा भी नहीं था कि वैक्सीन आएगी या नहीं। आज हमें भयभीत होने की जरूरत नहीं है। हम जिस तरह से लड़ाई को लड़े थे, उसी तरह से फिर से लड़ाई जीत सकते हैं।” Punjabkesari