नई दिल्ली/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विश्व मानव अधिकार दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में कहा है कि
लोकतंत्र में मानवाधिकारों की रक्षा करना सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। प्रत्येक व्यक्ति को सम्मानपूर्वक जीवन निर्वाह करने का अधिकार है। स्वतंत्रता व समानता मानवाधिकार के दो महत्वपूर्ण अंग है। हमारे संविधान में भी नागरिकों को जीवन रक्षा के साथ ही समानता व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को मान्यता दी गई है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमें ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’ की परम्परा का पालन करते हुए जाति, सम्प्रदाय एवं धर्म से ऊपर उठकर मानव कल्याण के लिए कार्य करना होगा। विश्व के वर्तमान परिदृश्य में मानव अधिकारों के प्रति जागरूक रहना आज और भी प्रासंगिक हो गया है, इसके साथ ही हमें आपसी भेद-भाव को समाप्त कर एक आदर्श समाज के निर्माण में भी अपना योगदान देना है। उन्होंने कहा कि मानवाधिकारों के प्रति जागरूक होकर हमें अपने कर्तव्यों का भी निष्ठापूर्वक सम्पादन करना है।