देहरादून: प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुष, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने आज विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली।
श्री नेगी ने समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों के आधार पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से निदेशालय और जिले स्तर पर दवाओं की कमी होने के मामले की जानकारी ली। उच्च स्तरीय अधिकारियों सहित सीएमओ स्तर तक सभी अधिकारियों ने दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता की जानकारी मंत्री को दी। जिस पर मंत्री ने कहा यदि दवाओं की आवश्यकता है तो तुरन्त खरीदी जाय, अन्यथा अफवाओं पर ध्यान न देते हुए और अधिक सुविधा उपलब्ध करायें।
बैठक में मंत्री ने टीबी चिकित्सालयों के कार्मिकों के वेतन भुगतान में आ रही समस्या पर विभागीय अधिकारियों को तलब किया। जिस पर अधिकारियों ने मंत्री को अवगत कराते हुए बताया कि भारत सरकार से मिलने वाली धनराशि की डिमाण्ड न भेजे जाने के कारण समस्या उत्पन्न हुई है। अधिकारियों की इस लापरवाही पर मंत्री ने तत्काल ही अवशेष धनराशि की मांग के लिए भारत सरकार को पत्र लिखने के निर्देश दिये, जिससे इन कर्मियों का वेतन भुगतान किया जा सके। वहीं भारत सरकार से आरक्षित 103 दवाईयों की सुचारू आपूर्ति न होने की दशा में शीघ्र ही मानक कम्पनी से ये औषधियां क्रय करने के निर्देश दिये।
बैठक में मंत्री ने कई अन्य महत्पूर्ण बिन्दुओं की समीक्षा की उन्होंने एनएचएम के तहत राजकीय चिकित्सालयों में मुफ्त की जाने वाली जांचो के सम्बंध में अधिकारियों को निर्देशित किया कि फिलहाल राज्य के जिन राजकीय चिकित्सालयों में 30 पैथाॅलाॅजी जांच किये जाने के लिए मशीने और सक्षम लैब टेक्निशियन उपलब्ध हैं। उन जाॅचों को जारी रखा जाये और एनएचम के माध्यम से मिलने वाली गहन जांच मशीनो के आते ही वहां पैथाॅलोजिस्ट और सक्षम लैब तकनीशियन नियुक्त कर दिये जायें। स्वास्थ्य मंत्री ने इन नई जाॅंचांे को एक मार्च से शुरू कर दिये जाने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिये। राज्य के हर ब्लाॅक में स्क्रनिंग स्वास्थ्य कैम्पों के आयोजन की स्थिति की भी समीक्षा की, जिसमें कैम्प में जाने वाले डाक्टरों का माह में 22 दिन काम करना अनिवार्य होगा एवं ये चिकित्सक दल माह में 08 दिन का अवकाश ले सकते हैं। साथ ही मंत्री ने निर्देश दिये कि स्क्रिनिंग कैम्प में कोई क्राॅनिक पेशेंट मिनले पर तुरंत मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के पैनल में आने वाले नजदीकी हाॅस्पिटल को रेफर किया जाये, जिससे रोगी एमएसबीवाई योजना से भी लाभन्वित हो सके। एमएसबीवाई योजना की भी समीक्षा उन्होंने की। योजना का लाभ आम जनता को पहुुंचाने के लिए उन्होंने योजना की निरंरता को बनाये रखे जाने की बात कही। किसी भी कारण से योजना में ब्रेक न आने पाये। फरवरी में सामाप्त हो रही योजना अवधि को पुनः टेण्डर कर विस्तारित करने के भी निर्देश दिये। नेत्र सर्जरी कैम्पों की समीक्षा करते हुए मंत्री ने कैम्प आयोजन के द्वितीय चरण को और व्यापक ढंग से संचालित करने के निर्देश दिये। पीपीपी मोड के अंतर्गत भुगतान की स्थिति की भी जानकारी ली। जिसमें अधिकारियों ने बताया कि पहले और दूसरे फेस की योजनाओं का भुगतान नवम्बर माह तथा तीसरे फेस में दिसम्बर माह तक का भुगतान किया जा चुका है। स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशों पर चिन्हित स्थानों पर पीपीपी मोड पर ट्रामा केयर सेन्टर संचालन के लिए भी मंत्री ने शीघ्र टेण्डर किये जाने के निर्देश दिये। सभी चिकित्सालयों में वृद्ध निशक्त जनों के लिए अलग कांउटर बनाये जाने की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि केवल चमोली अल्मोड़ा जिलोें को छोड़कर सभी जिलों में ये कांउटर खोले जा चुके हैं, इन जिलों में भी शीघ्र ही कांउटर स्थापित कर लिये जायेंगे। कोटद्वार चिकित्सालय में एमआरआई मशीन की सुविधा भी मरीजों को तत्काल दिये जाने वाले मंत्री के पूर्व निर्देश पर विभाग द्वारा टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण होने तथा इसके लिए दो फर्मो के प्रक्रिया में पास हो जाने की बात से भी अधिकारियों ने मंत्री अवगत कराया।